जब भी हम राजा-महाराजाओं और उनके शाही शौक के बारे में सुनते हैं तो एक अनोखी ही उत्सुकता जाग उठती है। शाही महल, शाही गाड़ियां, शाही ज्वैलरी की रॉयलनेस आज भी लोगों को खूब अट्रेक्ट करती है। हालांकि राजा-महाराजाओं की सियासत पहले हुआ करती थी। हर राज्य और शहर में अलग राजा हुआ करता था हालांकि अब राजा-रानी को आधिकारिक मान्यता प्राप्त नहीं है लेकिन राजघराने आज भी मौजूद हैं और इनसे ताल्लुक रखने वाले लोगों की भी भारत में कमी नहीं है जो आज भी वैसे ही शाही अंदाज में रहते हैं, जैसे वह पहले रहते थे।
आज के इस पैकेज में हम रॉयल ज्वैलरी की बात करेंगे और बताएंगे कि उस ज्वैलरी में खास क्या था।
1. पटियाला रूबी चौकर- महारानी ऑफ पटियाला
प्लेटिनम रूबी, पर्ल्स और डायमंड से तैयार किया गया ये 6 लेयर वाले पटियाला रुबी चौकर नैकलेस को पटियाला के महाराजा भूपिंदर सिंह ने अपनी पत्नी महारानी श्री बख्तावर कौर साहिबा को उपहार में दिया था। इस हार को रुबी से तैयार किया गया था जिसके कौनों पर डायमंड और मोती लगे थे।
2. पटियाला नेकलेस-महाराजा भूपिंदर सिंह
महाराजा भूपिंदर सिंह का पटियाला नेकलेस जिसे बनाने में 2930 डायमंड का इस्तेमाल किया गया था। हार के सेंटर में दुनिया का सातवां सबसे बड़ा डायमंड लगा है जो 234 कैरेट का यैलो 'De Beers' है। इस 5 लेयर में बना शानदार पीस को कार्टियर पेरिस में सन 1928 में तैयार किया गया था, जिसमें डायमंड के अलावा प्लेटिनम, ज़िरकोनिया, टोपाज, सिंथेटिक रूबीज, स्मोकी क्वार्ट्ज, सिट्रीन के साथ कुछ बर्मी रूबी भी लगी थी।
इतिहासकारों के मुताबिक, पटियाला के महाराजा भुपिंदर सिंह साल 1926 में आभूषण खरीदने के लिए पेरिस गए थे। वहां उन्होंने कीमती नग, हीरों और आभूषण से भरा संदूक पेरिस की ज्वेलरी बनाने वाली वर्ल्ड फेमस कंपनी कार्टियर को भेजा। उन्होंने कंपनी को एक अनूठा नैकलेस तैयार करने को कहा था।आजादी के बाद यह नैकलेस चोरी हो गया था। इसे तोड़कर अलग-अलग हिस्सों में बेच दिया गया। नैकलेस में प्लेटिनम की चेन्स ही बची थीं। यह चेन्स 1994 में कार्टर कंपनी के अधिकारी एरिक नासबॉम को लंदन के एंटिक स्टोर में मिली थी। कार्टियर कम्पनी ने इन चेन्स को खरीदा और इस नैकलेस को दोबारा से बनाना शुरू किया। हालांकि, इस बार हीरे को रिप्लेस करने के लिए सफायर और टोपाज का इस्तेमाल किया गया। लेकिन यह एक्सपेरिमेंट फेल रहा। आखिरी बार इस नैकलेस को कैप्टन अमरिंदर सिंह के पिता महाराज यादविंदर सिंह ने पहना था।
3. बेशकीमती ज्वैलरी-जयपुर की महारानी गायत्री देवी
जयपुर शाही किलो, पैलेस और ज्वैलरी के लिए फेमस रहा है। जयपुर की राजमाता गायत्री देवी जो कि ग्रेट क्वीन के नाम से भी जानी जाती है। खूबसूरती के अलावा अपने रॉयल स्टाइल आइकन के लिए भी दुनियाभर में फेमस थी। कार्टियर द्वारा तैयार की गई उनकी मोगुल आर्ट डेको ज्वैलरी क्लैशन जो अब लंदन के ब्रिटिश म्यूजियम का हिस्सा है। 1930 में तैयार किया कार्टियर का खूबसूरत एम्राल्ड ब्राच जिसकी दोनों तरफ सोने में रुबी जड़ी थी। गायत्री देवी का रुबी और डायमंड नेकलेस जो उन्हें पति से वेडिंग गिफ्ट के रुप में मिला था। इसे साल 1940 में कार्टियर द्वारा क्लासिकल आर्ट डेको स्टाइल में तैयार किया गया था।
4. साऊथ स्टार डायमंड नेकलेस- क्वीन ऑफ बड़ौदा
इंडियन वालिस सिम्पसन के नाम से जानी जाने वाली बड़ौदा की महारानी जिनके पास भी रॉयल ज्वैलरी की अच्छी क्लैक्शन थी। उन्हीं में से था उऩका साऊथ स्टार डायमंड नेकलेस। इसके बीच लगे इंग्लिश ड्रेसडेन के 78.5 कैरेट के 3 हीरे इसकी शोभा बढ़ाते थे। बड़ौदा के गायकवाड़, मूलार राव ने 80,000 पाउंड यानी लगभग 20 मिलियन रुपये में इसे खरीदा था। बाद में यह बड़ौदा की महारानी सीता देवी और उसके बाद मुंबई के रुस्तमजी जमशेदजी ने इसे खरीद लिया और साल 2002 में इसे कार्टियर कंपनी को बेच दिया गया।
उनका खूबसूरत एम्राल्ट डायमंड बिब हार जिसेवैन क्लीफ एंड अर्पेल द्वारा उनके एमराल्ड और डायमंड परुर कलैक्शन के लिए वर्ष 1950 में डिज़ाइन किया गया था जो बाद में महारानी सीता देवी की क्लेक्शन में शामिल हो गया था जिसे साल 2002 में क्रिस्टी में बेचा गया था। कार्टियर द्वारा तैयार किया गया उनका नेचुरल पर्ल डायमंड ब्रेस्लेट भी उनकी क्लेक्शन में शामिल रहा। जिसे 2012 में जेनेवा के क्रिस्टीज में बेचा गया था।
5. डायमंड-रूबी नेकलेस-महारानी इंदिरा देवी ऑफ कूच बिहार
कूच बिहार की महारानी इंदिरा देवी अपनी शिफॉन सिल्क की साड़ियों के लिए तो फेमस थी लेकिन उनकी खूबसूरत ज्वैलरी क्लैशन भी रॉयलनेस को दर्शाती थी। 1927 में उनके लिए डिजाइन किया ला लोचे का डायमंड नेकलेस भी बेहद खास है जिसमें 9 ड्रॉप कैबोचोन रुबी
लगी थी।
6. एम्राल्ड फोरहेड पीस-कपूरथला महारानी प्रेम कौर
महाराजा जगजीत सिंह की पांचवी पत्नी प्रेम कौर जो स्पेनिश डांसर थी। मेड्रिड में महाराजा उनके पड़े और उनसे शादी की। प्रेम कौर के 19 वें बर्थ डे पर राजा ने अपनी पत्नी को अर्धचंद्राकार पन्ने का बना एक फोरहेड पीस उपहार में दिया। उनके पन्ने और हीरे के कई आभूषणों को साल 2007 में क्रिस्टी को बेचा गया था और अब वह अल थानी कलेक्शन का एक हिस्सा है।