हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र का खास महत्व बताया गया है। घर की छोटी से बड़ी चीज से जुड़े नियमों का इस शास्त्र में उल्लेख किया गया है। इन नियमों का पालन यदि कोई व्यक्ति करता है तो उसके जीवन में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है। इसके अलावा वास्तु शास्त्र में कुछ ऐसी बातें भी बताई गई हैं जिन्हें ध्यान में रखकर कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से राहत मिल सकती है। आइए जानते हैं इनके बारे में...
सोने की दिशा
मान्यताओं के अनुसार, दक्षिण या पूर्व दिशा की ओर सिर रखकर सोना शुभ माना जाता है परंतु भूलकर भी पश्चिम दिशा में सिर रखकर न सोएं इस दिशा में सोने से आप मानसिक तनाव से घिर सकते हैं। यह दिशा आपके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालती है।
पढ़ने की दिशा
जब भी बच्चे घर में पढ़ाई करें तो उनका मुख पूर्व या फिर उत्तर दिशा में होना शुभ माना जाता है। यह दिशा ऊर्जा को व्यवस्थित करने में मदद करती है। इस दिशा में पढ़ाई करने से पॉजिटिव परिणाम मिलती हैं। इसके अलावा यह दिशा स्वास्थ्य के लिए भी बेहद शुभ मानी जाती है।
टपकता नल
यदि आपके घर में किसी नल से पानी टपकता है तो उसे तुरंत ठीक करवा लें। वास्तु शास्त्र के अनुसार यह अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरुरी माना जाता है। इस शास्त्र की मानें तो नल से टपकता पानी आपके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालता है इससे आपका स्वास्थ्य खराब हो सकता है। लगातार नल से टपकती पानी की बूंदों के कारण जीवन में कई तरह की समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
सीढ़ियों के नीचे कबाड़
बहुत से लोग सीढ़ियों के नीचे कबाड़ रखते हैं परंतु ऐसा करना ठीक नहीं माना जाता। इससे जीवन में कई तरह की बीमारियां बढ़ने लगती है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए वास्तु शास्त्र में सीढ़ियों के नीचे की जगह को साफ करने के नियम बताए गए हैं।
सीलन
घर के किसी भी कोने में सीलन नहीं होनी चाहिए। सीलन से घर में नेगेटिव एनर्जी बढ़ती है और परिवार के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।