सावन का पहला सोमवार 4 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। इस बार खास संयोग से सावन पूरे 58 दिनों का होगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सोमवार का दिन भोले शंकर को समर्पित है। इस दिन विधि-विधान से भगवान शंकर की पूजा की जाती है। सावन का महीना भोलेनाथ का अतिप्रिया है। शिव जी को प्रसन्न करने शिवलिंग की पूजा की जाती है। इस दौरान शिवलिंग को कुछ चीजें अर्पित करके शिवजी की विशेष कृपा प्राप्त होती है, वहीं कुछ ऐसी चीजें भी हैं जो शिव जी को अर्पित नहीं करनी चाहिए...
शिव जी को अर्पित करें ये चीजें
जल
दूध
चीनी
केसर
इत्र
दही
देसी घी
चंदन
शहद
भांग
शिवलिंग पर ना चढ़ाएं ये चीजें
शिवलिंग को शंख से जल ना चढ़ाएं।
शिलविंग को केवड़े और केतकी का फुल अर्पित ना करें।
भगवान शंकर की पूजा में तुलसी दल का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। भोलेनाथ को तुलसी दल नहीं चढ़ाया जाता है।
भगवान शंकर की पूजा में हल्दी का इस्तेमाल भी नहीं किया जा सकता है।
भगवान शंकर को नारियल पानी ना अर्पित करें।
भोलेनाथ की पूजा की विधि
सुबह जल्दी उठें और स्नान करके साफ कपड़े पहनें।
घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
भगवान शिव का और सभी देवी-देताओं का गंगा जल से अभिषेक करें।
पुष्प अर्पित करें।
भगवान शिव की आरती करें और भोग भी लगाएं। इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।
भगवान शिव का अधिक से अधिक ध्यान करें।