अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा होते ही वहां के लोग बेहद डरे और सहमे हुए हैं। अफगान के लोग तालिबानियों के क्रुर शासन से अच्छी तरह वाकिफ है जिसके चलते उन्हें अपनी और घर परिवार की बेहद चिंता सताए हुई है ऐसे में अब तक लाखों अफगानी लोग अपना देश छोड़ अन्य मुल्कों में शरण लेने के लिए मजबूर हो गए हैं।
तालिबान के डर से भाग रहे लोगों की काबुल एयरपोर्ट से कई दर्दनाक तसवीरें और वीडियो सामने आए जिसमें कई महिलाओं ने तो अपने बच्चों की जिंदगी बचाने के लिए उन्हें बाॅर्डर पार भेजने के लिए कंटीली तारों के उपर से ही फेंक दिया और वहीं इस बीच एक 7 माह की बच्ची अपने माता-पिता से बिछड़ गई जो बेहद दिल को झकझोंर कर देने वाली तस्वीर थी।
बेसहारा लोगो के लिए मसीहा बने तुर्की सिपाही
वहीं दूसरी तरफ जहां तालिबान मासूम अफगान लोगों पर जुल्म ढाह रहा है तो वहीं तुर्की के सिपाही बेसहारा लोगो के लिए मसीहा बने हुए हैं। जिसकी कुछ तस्वीरें भी सामने आई। इन्ही में से एक ऐसी तस्वीर वायरल हुई जिसे देख हर कोई भावुक हो गया।
2 महीने के अफ़ग़ानी बच्चे की देखभाल करते नज़र आए तुर्की के सिपाही
दरअसल, तुर्की के सिपाही 2 महीने के अफ़ग़ान बच्चे की देखभाल करते हुए नज़र आए। काबुल के हामिद करज़ई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक बच्चा अपनी मां से बिछड़ गया और तुर्की के सिपाहियों ने उसकी देखभाल की ज़िम्मेदारी उठा ली। हवाई अड्डे पर मची भगदड़ में फ़रिश्ता रहमानी अपने बच्चे, हादिया रहमानी और पति अली मुसा रहमानी से बिछड़ गई।
सिपाहियों ने बच्चे के पिता को खोज निकाला
जिसके बाद तुर्की के सिपाहियों ने अली मुसा की मदद की जो उत्तरी गेट पर अपना परिवार ढूंढ रहा था। तुर्की के सिपाहियों ने न सिर्फ़ बच्चे को दूध पिलाया बल्कि उसकी साफ़-सफ़ाई का भी ध्यान रखा। इसके बाद सिपाहियों ने बच्चे के पिता को खोज निकाला और बच्चे को उनके हवाले किया।
पूरी दुनिया में अफ़ग़ानिस्तान की हालत बनी चिंताजनक
बता दें कि इस समय पूरी दुनिया में अफ़ग़ानिस्तान की हालत चिंताजनक बनी हुई है। तालिबान के आने से अब तक कई लोगों ने जान तक गंवा दी है वहीं कुछ लोग अपना नहीं तो अपने बच्चे का भविष्य बचाने में लगे हैं और बच्चों को माता-पिता तारों के उस पार खड़े सिपाहियों को फेंकते भी दिख रहे है।