23 जुलाई से टोक्यो ओलंपिक का आगाज हो चुका है। इस बीच भारतीय खिलाड़ियों ने भी अपने दम दिखाना शुरू कर दिया हैं। इतना ही नहीं भारत की झोली में पहला मेडल भी आ गया है। दपअसल, भारत की 26 वर्षीय महिला वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने शनिवार को टोक्यो ओलंपिक में वेटलिफ्टिंग में देश के लिए पहला सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है।
मीराबाई चानू ने इंटरनेशनल फोरम में महिलाओं के 49 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हुए कुल 202 किलो वजन उठाया जबकि चीन की होउ जिहुई ने 210 किलोग्राम उठाकर गोल्ड मेडल जीता और नया ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया, वहीं, इंडोनेशिया की विंडी केंटिका आयशा ने कुल 194 किलोग्राम के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता।
वहीं इस बीच भारते के लिए एक बड़ी खबर सामने आ रही हैं दरअसल, मीराबाई चानू के सिल्वर मेडल जीतने के दो ही दिन बाद ऐसी जानकारी मिल रही है कि इस भारतीय खिलाड़ी का सिल्वर मेडल गोल्ड में बदल सकता है।
तो यूं बदल जाएगा भारत की मीराबाई चानू का सिल्वर, गोल्ड मेडल में
एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक, चीन की वेटलिफ्टर होउ जिहुई का डोपिंग रोधी अधिकारियों द्वारा डोप टेस्ट किया जाएगा और यदि वह टेस्ट में विफल रहती हैं तो भारत की मीराबाई चानू को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया जाएगा। एक सूत्र के मुताबिक, होउ जिहुई को टोक्यो में ही रुकने के लिए कहा गया और टेस्ट होगा।
अगर ऐसा हुआ तो मीरबाई चानू होंगी भारत की पहली महिला ओलंपिक गोल्ड मेडल विनर
जानकारी के लिए बतां दें कि ओलंपिक में लगभग 5,000 एथलीटों का कई बार परीक्षण किया जा रहा है और प्रतियोगिता के अंदर और बाहर दोनों के सेंपल इकट्ठे किए जा रहे हैं। ऐसे उनमें से प्रत्येक के पाॅजिटिव टेस्ट की संभावना बहुत कम है, फिर भी अगर होई का परीक्षण पाॅजीटिव आता है तो मीरबाई चानू का सिल्वर मेडल गोल्ड में बदल सकता है। अगर ऐसा हुआ तो मीरबाई चानू भारत की पहली महिला ओलंपिक गोल्ड मेडल विनर होंगी।