टीवी एक्ट्रेस दीपिका कक्कड़ प्रेग्नेंट हैं ये बात तो सब को पता है ही, लेकिन क्या आपको पता है इस दौरान एक्ट्रेस को कई बार mood swings हो रहे हैं जो कि उनके पति Shoaib बखूबी हैंडल कर रहे हैं। लेकिन ऐसा हर किसी के साथ तो नहीं होता। बल्कि कई पतियों को तो पता नहीं नहीं चलता कि उनकी पत्नी को हो क्या रहा है और वो इतनी चिड़चिड़ी क्यों हो गईं है। लेकिन इसका मतलब ये तो नहीं कि आप अपने mood swings को खुद से कंट्रोल नहीं कर सकती। आइए आपको बताते हैं कुछ टिप्स जिससे आप इन समस्या से निपट सकती हैं। लेकिन पहले मूड स्विंग की वजहों पर भी एक नजर...
हार्मोनल लोचा
पहली तिमाही में ये समस्या एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के बढ़ने की वजह से होती है। इस दौरान एस्ट्रोजन मस्तिष्क के उस हिस्से में एक्टिव होता है जो मूड को नियंत्रित करता है। ऐसे में महिलाओं में चिंता, चिड़चिड़ाहट बढ़ जाती है। वहीं, प्रोजेस्टेरोन की वजह से डिप्रेशन, थकान होता है।
नींद पूरी न होना
Third Trimester तक बच्चा विकसित हो चुका होता है जिसकी वजह से महिला को थकान और बार बार यूरिन आने जैसी शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कई बार इसकी वजह से नींद भी पूरी नहीं हो पाती। ऐसे में चिड़चिड़ाहट बढ़ती है और मूड स्विंग की समस्या सामने आती है।
शारीरिक बदलाव
कुछ महिलाएं इस दौरान अपने शारीरिक बदलाव को स्वीकार नहीं कर पातीं। इसकी वजह से वे तनाव में आ जाती हैं और चिड़चिड़ी हो जाती हैं। इससे उनका मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है और मूड पर असर पड़ता है।
होने वाले बच्चे की चिंता
Third Trimester में मां बनने का सुखद अहसास होता है, लेकिन उसी के साथ डिलीवरी और लेबर पेन और बच्चे के स्वास्थ्य की चिंता भी होती है। ऐसे में तनाव हावी होता है और महिला कभी खुश तो कभी उदास और परेशान होती है।
ऐसे पाएं मूड स्विंग्स से छुटकारा
1- अगर आप किसी बात से चिंतित हैं और बुरे ख्याल आपको परेशान कर रहे हैं तो अपनी परेशानी अपने करीबियों के साथ शेयर करें। इससे आपका मन हल्का होगा. वर्ना परेशानी बढ़ भी सकती है।
2- योग से होगा। इससे एंडोर्फिन हार्मोन रिलीज होता है, जिससे आप रिलैक्स और खुश महसूस करेंगीं। साथ ही एक्टिव भी रहेंगी. इसके अलावा वॉक करना भी काफी फायदेमंद साबित होगा।
3- ज्यादा कैलोरी वाला फूड शरीर में शुगर लेवल को प्रभावित करता है जिससे मूड स्विंग्स ट्रिगर होते हैं। ऐसे में पौष्टिक आहार लें. कोशिश करें कि किसी विशेषज्ञ से अपने लिए डाइट चार्ट बनवा लें।
4- जब भी समय मिले तो थोड़ी झपकी ले लें, लेकिन नींद हर हालत में पूरी करें। नींद पूरी होने से आपके शरीर को आराम मिलेगा जिससे मूड बेहतर होगा।