कहते हैं मां अपने बच्चे के लिए कुछ भी कर गुजरने से पहले एक बार भी नहीं सोचती...ऐसा ही कुछ देखने को मिला मध्यप्रदेश में जहां एक मां अपने बच्चे को बचाने के लिए खूंखार तेंदुए से भिड़ गई। मां के सामने तेंदुए को भी हार माननी पड़ी। तेंदुए से लड़कर उस आदिवासी महिला ने अपने बच्चे को बचाया हालांकि इस हमले में बच्चे के गाल और पीठ पर गंभीर चोटें आई है।
एक किलोमीटर तक किया तेंदुए का पीछा
यह घटना है मध्यप्रदेश के सीधी जिले की, यहांं एक तेंदुआ घर के बाहर से बच्चे के उठा ले गया, बेटे को तेंदुए द्वारा अचानक ले जाने के बावजूद महिला ने अपना संयम नहीं खोया और अपने अन्य बच्चों को झोंपड़ी में बंद कर वह तेंदुए के पीछे जंगल की ओर दौड़ पड़ी। अचानक हुई इस घटना से महिला सदमें तो थी लेकिन उसने साहस एवं समझदारी से काम लेते हुए करीब एक किलोमीटर तक जंगल में तेंदुए का पीछा किया।
डर कर भागा तेंदुआ
तेंदुआ झाड़ियों में छिपकर बच्चे को अपने पंजों में जकड़े हुए था। किरण ने भी हार नहीं मानी और वह डंडे से तेंदुए को डराने की कोशिश करते हुए शोर मचाती रही। तेंदुआ शायद महिला के साहस से डर गया और बच्चे को वहीं छोड़ दिया। किरण ने तुरंत बेटे को गोद में लिया लेकिन तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया था। लड़के की पीठ, गाल और आंखों पर चोटें आई हैं और हमले में उसकी मां भी घायल हो गई है।
सीएम ने भी की तारीफ
निदेशक वाई पी सिंह ने कहा कि बैगा जनजाति की महिला किरण अपने तीन बच्चों के साथ अपनी झोंपड़ी के बाहर आग तापने के लिए बैठी थी, तभी अचानक एक तेंदुआ उसके बगल में बैठे आठ साल के बेटे आठ साल के बेटे राहुल को जबड़े में पकड़ कर जंगल की ओर भाग निकला। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहाा ने मंगलवार को एक ट्वीट कर महिला के इस साहसिक कार्य की सराहना की।