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सर्दी से बचने के ये टोटके बच्चों के लिए बन सकते हैं खतरा

  • Edited By khushboo aggarwal,
  • Updated: 07 Jan, 2020 01:07 PM
सर्दी से बचने के ये टोटके बच्चों के लिए बन सकते हैं खतरा

सर्दी के मौसम में बड़े हो या बच्चे सभी को रजाई में छुपकर बैठना काफी अच्छा लगता है लेकिन कई बार सर्दी में गर्माहट के लिए किए गए काम बच्चों के लिए जानलेवा बन सकते है। सर्दी से बच्चों को बचाने के लिए कई बार पेरेंट्स ऐसी गलती कर देते है जिससे बच्चे सडन इन्फेंड डेथ सिंड्रोम का शिकार हो सकते है। चलिए बताते है आपको क्या है इसके कारण..

 

क्या है सडन इंफेंट डेथ सिंड्रोम 

जब एक स्वस्थ शिशु की बिना किसी कारण अचानक मृत्यु होती है तो उसे सडन इन्फेंट डेथ सिंड्रोम कहा जाता है। इसमें अधिकतर बच्चों की अचानक सोते हुए होने वाली मृत्यु होती है।

 

कंबल या रजाई को मुंह तक ढकना 

बच्चों को ठंड से बचाने के लिए अधिकतर पेरेंट्स बच्चों के चेहरे को पूरी तरह से रजाई और कंबल से ढक देते है। जिस कारण बच्चों को रात को सोते समय ऑक्सीजन लेने में काफी दिक्त होती है। ऐसे में रजाई या कंबल के अंदर गर्माहट, कार्बन डाइ ऑक्साइड के स्तर बढ़ने से उनकी मृत्यु होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए जल्द से जल्द आप अपनी इस आदत को बदल लें। 

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कमरे में अकेले सुलाना 

आजकल पेरेंट्स फिल्मों की तरह शुरु से ही बच्चों को अकेले कमरे में सुलाना शुरु कर देते है जो कि गलत बात है। 2 साल तक बच्चे को बहुत ही केयर की जरुरत होती है क्योंकि कई बार अकेले सोने पर बार-बार डरने, लंबे समय तक भूखे रहने और अन्य वजह से रोते रहने के कारण बच्चे की सांस रुकने का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा शरीर के ठंड लगने से बुखार, निमोनिया आदि बीमारी होने का भी खतरा रहता है। 

 

पेट के बल सोना  

अगर आपका बच्चा पेट बल सोता है या आपको उसे पेट के बल सुलाना अच्छा लगता है तो आप जल्द ही अपनी इस आदत को सुधार लें। जब बच्चा पेट के बल सोता है तो उसके शरीर में ऑक्सीजन सही मात्रा में नहीं पहुंच पाती है जिस कारण उसे सांस लेने में भी काफी दिक्कत होती है। वहीं पीठ के बल सीधे सोने से शरीर में ऑक्सीजन का स्तर सही बना रहता है और शारीरिक विकास भी तेजी से होता है। अगर गलती से सोते हुए भी बच्चा पेट के बल लेट जाए तो उसे सीधा कर दें।  

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सही बेड का चुनाव न करना 

वैसे तो जब तक बच्चे अकेले सोने के लायक न हो जाए उसे अपना साथ ही सुलाएं लेकिन कई बार ऐसा होता है कि किसी समस्या के चलते आप बच्चों को अपने साथ सुला नहीं पाते है तो आप अपने पास उनका बेड या झूला लगा लेते है। अगर आप भी अपने बेड के पास बच्चे का बेड लगा रही है तो ध्यान रखें की बच्चे के लिए सही साइज और तरीके के बेड और झूले का चुनाव करें। बच्चे को लेटाने से पहले देख ले कि वह मुलायम और फ्लैट है या नहीं क्योंकि अगर वह फ्लैट और मुलायम नहीं होगा तो बच्चे को अच्छे से नींद नहीं आएगी।

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