शादीशुदा हो या टीनएज, आजकल दोनों में ही यूट्रस से जुड़ी परेशानियां सुनने को मिल रही है। या यू कहें 10 में 7 औरतें गर्भाश्य में सूजन से जूझ रही है। बता दें कि यूट्रस से जुड़ी प्रॉब्लम का कनैक्शन आपके लाइफस्टाइल से है, जो भारतीय महिलाओं में बढ़ती तोंद बढ़ने की वजह भी है।
आजकल छोटी उम्र में ही गर्भाश्य में सूजन व छोटे-छोटे सिस्ट व रसोलियां बननी शुरु हो गई है, जिसका कारण अनहैल्दी फूड्स, फिजिकल एक्टिविटी ना करना और ज्यादा तनाव हैं। इससे ना सिर्फ पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं बल्कि यह बांझपन व यूट्रस कैंसर का कारण भी बन सकता है, जिसे गर्भाशय फाइब्रॉइड कहते हैं।
जानिए यूट्रस में सूजन पड़ने के कारण
-फैमिली हिस्ट्री के अलावा 50-55 साल की उम्र की महिलाओं को मेनोपॉज के कारण इस समस्या का सामना करना पड़ता है। वहीं पीरियड्स बंद होना, पीसीओएस (PCOS) की समस्या है तो उससे भी सूजन हो सकती है।
-इसके अलावा 20-40 उम्र की लड़कियों में इसकी वजह कब्ज या एसिडिटी, फिजिकल एक्टिविटी ना करना, मोटापा, टाइट कपड़े पहनना, ज्यादा दवाइयां लेना, जंक, ऑयली व मसालेदार फूड्स और ज्यादा व्यायाम करना हो सकता है।
इन कारणों से बनती हैं रसौली
-एस्ट्रोजन हार्मोन की मात्रा बढ़ना
-जेनेटिक कारण
-लंबे समय तक गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन
-गर्भावस्था के दौरान
-अधिक वजन वाली महिलाएं
-जो कभी मां ना बनी हो
मां बनने में आती है दिक्कत
गर्भाशय में होने वाली गांठ के कारण अंडाणु और शुक्राणु का निषेचन नहीं होने के कारण बांझपन की समस्या होती है। आनुवंशिकता, मोटापा, शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन की मात्रा का बढ़ना और लंबे समय तक संतान न होना इसके प्रमुख कारकों में से एक हैं।
यूट्रस में सूजन के लक्षण
. लगातार पेट बढ़ते रहना
. पेट दर्द, गैस तथा कब्ज होना
. पीठ में दर्द रहना
. प्राइवेट पार्ट में खुजली या जलन
. पीरियड्स में तेज दर्द व ठंड लगना
. संबंधों के दौरान दर्द
. बार-बार पेशाब आना
. लूज मोशन, उल्टी
डाक्टरी की सलाह दवा लें। इसके साथ ही आप कुछ घरेलू नुस्खे भी अपना सकती हैं।
1. नीम के पत्ते व सोंठ का काढ़ा बनाकर दिन में 1 बार पीएं। इससे सूजन सही होगी।
2. दिन में 2 बार हल्दी वाला दूध पीएं। आप बादाम-दूध का काढ़ा बनाकर भी पी सकती हैं।
3. 1/4 चम्मच मुलेठी पाउडर को गर्म पानी में मिलाकर पीएं।
4. 1 चम्मच पीसी हुई अलसी के बीजों को दूध में मिलाकर रात में सोने से पहले पीएं।
5. 1 चम्मच शहद में 2-3 चम्मच ताजा सोया मिल्क मिलाकर पीने से भी गर्भाशय की सूजन दूर हो जाती है।
6. एंटीबायोटिक गुणों से भरपूर हल्दी का सेवन शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकाल देता है।
हैल्दी डाइट
अच्छी डाइट में हरी पत्तेदार, फल, नट्स, नारियल पानी, ग्रीन टी और साबुत अनाज जैसी हैल्दी चीजें शामिल करें।
इन बातों का ध्यान जरूर रखें...
. 30 साल की उम्र के बाद रेगुलर अलट्रा साऊंड टेस्ट करवाती रहें।
. असुरक्षित यौन संबंध ना बनाए
. हैल्दी डाइट खाएं।
. ज्यादा एक्सरसाइज ना करें और योग जरूर करें।
. पानी ज्यादा पीएं।
. अपने वजन कंट्रोल में रखें।
. फैशन के साथ कंफर्ट को ध्यान में रखते हुए ही कपड़ों का चुनाव करें।
. मिर्च, मसाले वाले और तले-भुने खानों से परहेज करना चाहिए।
अगर यूट्रस में रसोलियां या सिस्ट बन रहे हैं तो डाक्टरी जांच करवाएं। दवा का कोर्स पूरा करें लेकिन लाइफस्टाइल को भी हैल्दी बनाएं नहीं तो एक बार ठीक होने के बाद यह समस्या दोबारा शुरु हो जाएगी।