कुछ दिन पहले दिल्ली से एक बेहद खौफनाक खबर सामने आई थी। यहां एक शिक्षिका ने पांचवीं कक्षा की छात्रा पर कथित तौर पर कैंची से हमला किया और फिर उसे स्कूल की बिल्डिंग की पहली मंजिल से नीचे फेंका दिया, जिसके चलते उसके चेहरे की हड्डी टूट गई। शिक्षिका को निलंबित करके गिरफ्तार कर लिया गया है।
जानकारी के अनुसार शिक्षिका ने छात्रों के साथ खुद को एक कक्षा के अंदर बंद कर लिया था, इस बात से शिक्षिका इतना नाराज हो गई कि उसने “हिंसक” तरीके से उस पर पानी की बोतलें फेंकीं। इसके बाद गुस्से में उसके बाल काटते हुए बालकनी से फेंक दिया। इस घटना के बाद 11 साल की बच्ची के चेहरे की हड्डी टूट गई थी। इस दौरान कक्षा में विद्यार्थियों के बस्ते और किताबें बिखरी हुई थीं, क्योंकि शिक्षिका ने उनमें से कुछ विद्यार्थियों को कथित तौर पर नुकसान पहुंचाने की धमकी दी थी, जिसके कारण वे डरकर कक्षा से भाग गये थे।
छात्रा के पिता ने कहा कि शिक्षिका द्वारा फेंके जाने के बाद उनकी बेटी का खून बह रहा था और उसके जबड़े और पैरों में चोटें आई थीं। उन्होंने पूरी घटना का जिक्र करते हुए बताया- शिक्षिका ने मेरी बेटी को उठाया और बालकनी से फेंक दिया। उसने मेरी बेटी के बाल भी काट दिए।” पीड़ित छात्रा के अन्य सहपाठियों ने आरोप लगाया कि शिक्षिका ने कुछ और विद्यार्थियों को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी थी।
टीचर पर बच्चों को मारने-पीटने के आरोप पहले भी लगे चुके हैं इसके बावजूद भी स्कूल प्रशासन ने इस पर गौर नहीं किया। स्थानीय लोगों का कहना है कि टीचर के इस व्यवहार से परेशान होकर कुछ महिलाओं की ओर से इसकी शिकायत भी की गई थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई और न ही टीचर में कोई बदलाव आया।