2021 में हर उम्र और तबके की महिलाओं ने कीर्तिमान स्थापित किए। उनकी कड़ी मेहनत, लगन, साहस, संघर्ष और संकल्प के कारण देश का नाम विश्व में गौरवान्वित हुआ। इस नए साल पर आप इनके गुणों से प्रेरणा ले सकती हैं...
साहस: अवनी लखेरा
11 साल की उम्र में हादसे में अपने दोनों पैर गंवाने वाली 19 साल की अवनी लखेरा साहस की एक अनूठी मिसाल हैं। शारीरिक अक्षमता के बावजूद 2021 के टोक्यो पैरालिम्पिक में उन्होंने गोल्ड मैडल जीतकर देश का नाम ऊंचा किया।
मेहनत: मीरा बाई चानू
मणिपुर के एक गरीब परिवार में जन्मी मीरा बाई चानू ने कड़ी मेहनत और लगन के बलबूते टोक्यो ओलिम्पिक 2020 में वेट लिफ्टिंग में सिलवर मैडल जीतकर देश का नाम रोशन किया। खेल रत्न और पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित मीरा बाई चानू को टोक्यो ओलिम्पिक में मैडल जीतने के बाद मणिपुर सरकार ने सम्मानित करते हुए एडिशनल एस.पी. पद पर नियुक्त किया है।
संघर्ष: हरनाज संधू
पंजाब के गुरदासपुर जिले के कोहाली गांव में पैदा हुईं हरनाज संधू का 'मिस यूनिवर्स 2021' बनने का सफर बेहद संघर्षपूर्ण रहा। उन्हें मिस इंडिया 2019 के फिनाले में हार का सामना करना पड़ा था लेकिन इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी। कड़े संघर्ष से बाद उन्होंने 70वीं मिस यूनिवर्स का खिताब अपने नाम करके दुनिया को चौंका दिया।
त्याग : सिंधुताई
त्याग और ममता की मूरत सिंधु ताई ने हजारों बच्चों को गोद लेकर उनकी जिंदगी संवारी है। वह 'सन्मति बाल निकेतन संस्था' नामक एक अनाथालय चलाती हैं। उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी अनाथ बच्चों के लालन-पानल में लगाई। उनके इस त्याग का ही परिणाम है कि भारत सरकार ने उन्हें 2021 के पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया है।
संकल्प: फाल्गुनी नायर
नायका की फाऊंडर फाल्गुनी नायर किसी पहचान की मोहताज नहीं। अपने दृढ़ संकल्प की बदौलत उन्होंने 50 साल की उम्र में नायका कंपनी की शुरूआत की। उनकी मेहनत रंग लाई और नायका देश का सबसे बड़ा ब्यूटी प्रोडक्ट्स प्लेटफॉर्म बनकर उभरी। फाल्गुनी 2021 में सबसे अमीर सैल्फ मेड महिला बन चुकी हैं।