डिप्रेशन जैसी बीमारी के चलते सुशांत सिंह राजपूर सुसाइज करने पर मजबूर हो गए। अचानक हुए इस हादसे ने मेंटल हेल्थ केयर पर गौर करने पर मजबूर कर दिया है। भागदौड़ भरी इस जिंदगी में लोग काम में इतना बिजी हो गए है कि उनके पास रिश्तों के लिए समय ही नहीं। ऐसे में व्यक्ति पहले धीरे-धीरे अकेलापन और फिर अवसाद के घेरे में आ जाता है।
सुशांत ही नहीं बल्कि विश्व स्तर पर सभी उम्र के करीब 264 मिलियन से अधिक लोग इससे ग्रसित है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की मानें तो ज्यादा चिंता का विषय यह है कि इससे सबसे ज्यादा युवा और पुरुषों की तुलना में अधिक महिलाएं ग्रसित है।
बी-टाउन सेलेब्स को तो अपनी मेंटल हेल्थ पर और भी ध्यान देने की जरूरत है। ऐसा नहीं है कि सुशांत पहले बॉलीवुड सेलेब्स हो जो डिप्रेशन की चपेट में आए हो। इससे पहले बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका भी डिप्रेशन की शिकार हो चुकी हैं। मगर, उन्होंने इस बीमारी में हिम्मत नहीं और खुद को इस स्थिति से बाहर निकाला।
वहीं कोरोना और लॉकडाउन भी इसका कारण बनकर उभरा है। इस महामारी के समय में दुनियाभर से कई ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी है। हताशा और निराशा के बीच व्यक्ति की कोशिश जल्द से जल्द उबरने की होनी चाहिए। मनोचिकित्सक अक्सर सलाह देते हैं कि डिप्रेशन से जूझ रहे व्यक्ति को अपनों का साथ जरूरी होता है। उन्हें काउंसिलिंग की जरूरत होती है। देश भर में कई संस्थाएं लोगों को डिप्रेशन से उबरने में मदद करती है।
मेंटल हेल्थ पर ध्यान देना जरूरी
. जब भी किसी परेशानी या हादसे का सामना करें तो उसे अपने किसी करीबी से शेयर करें।
. बिगड़ता लाइफस्टाइल भी अवसाद का सबसे बड़ा कारण है। डेली रूटीन में एक्सरसाइज, योग जैसी अच्छी आदतों को शामिल करें।
. स्ट्रेस फ्री रहने के लिए भरपूर नींद बहुत जरूरी है। साथ ही रात को सोने से कम से कम आधा घंटे पहले मोबाइल का यूज ना करें।
. नकारात्मक लोग, खबरों से दूरी बनाकर रखें।
. डाइट में हरी सब्जियां, मौसमी फल, दूध, दही, नट्स, ओट्स, साबुत अनाज, मछली जैसी हैल्दी चीजें शामिल करें।
. अगर आप किसी से बात नहीं कर पा रहे तो डायरी लिखें। इससे भी मन हल्का होता है।
. भरपूर पानी पीएं। इसके अलावा जूस, नारियल पानी का सेवन भी करें।
सुशांत की मौत हर किसी के लिए वेकअप कॉल है। आप चाहे कितने भी बिजी क्यों ना हो लेकिन परिवार, दोस्तों व करीबियों को कुछ समय अवश्य दें। उनसे अपने मन की बात शेयर करें। इससे आप खुश रहेंगे और आपको अकेलापन नहीं सताएगा।