नारी डेस्क: नासा ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण ऐलान किया है कि अंतरिक्ष यात्री बैरी बुच गिलमोर और सुनीता विलियम्स की वापसी के लिए अब सबसे प्रारंभिक तिथि 18 अगस्त निर्धारित की गई है। दोनों अंतरिक्ष यात्री पिछले एक महीने से अधिक समय से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर फंसे हुए थे। उनकी वापसी के लिए नासा ने सीएसटी-100 स्टारलाइनर को पृथ्वी पर लाने की योजना बनाई है।
बढ़ सकती है तारीख
नासा के वाणिज्यिक चालक दल कार्यक्रम प्रबंधक स्टीव स्टिच ने कहा कि वापसी की उड़ान 18 अगस्त से पहले संभव नहीं है और यह तारीख सितंबर की शुरुआत तक बढ़ाई जा सकती है। इस समय सीमा के भीतर, नासा ने अपनी योजनाओं को अपडेट किया है: पहले बुच और सुनीता को घर लाया जाएगा, फिर चालक दल 9 को आईएसएस पर लॉन्च किया जाएगा, और अंत में चालक दल 8 को पृथ्वी पर वापस लाया जाएगा।
5 जून को भरी थी उड़ान
5 जून को स्टारलाइनर को प्रक्षिप्त किया गया था, जिसमें सुनीता विलियम्स और बैरी बुच गिलमोर शामिल थे। हालांकि, उड़ान के दौरान यान के 28 थ्रस्टरों में से पांच विफल हो गए और कुछ हीलियम लीक भी देखे गए। इन समस्याओं की वजह से वापसी की उड़ान की तारीख 14 जून से लगातार स्थगित की गई है। इंजीनियरों ने समस्याओं को हल करने की कोशिश की है, लेकिन अब तक पूरी तरह से सफल नहीं हो सके हैं।
तीसरी बार अंतरिक्ष मिशन पर हैं सुनीता विलियम्स
भारतवंशी सुनीता विलियम्स को 1998 में नासा ने एस्ट्रोनॉट चुना था। वर्ष 1965 में अमेरिका में जन्मी सुनीता विलियम्स के पिता दीपक पांड्या भारतीय थे, जो कि 1958 में गुजरात के अहमदाबाद से अमेरिका जाकर बस गए।
यह कोई पहला मौका नहीं है जब सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष मिशन पर गईं हों, वो पहले भी दो बार अंतरिक्ष की यात्रा कर चुकी हैं। सुनीता इससे पहले 2006 और 2012 में अंतरिक्ष जा चुकी हैं। नासा के मुताबिक अंतरिक्ष में उन्होंने कुल 322 दिन बिताए हैं। हालांकि इस बार उनका मिशन महज 8 दिनों का होना था लेकिन अब ये इंतजार बढ़ता जा रहा है।