ओडिशा राज्य के पुरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर हिंदुओं के चार धाम तीर्थ स्थलों में से एक है। भगवान श्रीकृष्ण के जगन्नाथ रूप को समर्पित इस मंदिर में भगवान जगन्नाथ, उनके बड़े भाई बलभद्र और भगिनी सुभद्रा की मूर्तियां है। कहा जाता हैं कि ये मूर्तियां पवित्र नीम की लकड़ियों से बनी हुई है। हर साल पुरी में एक विशाल रथ यात्रा का आयोजन भी होता है। ऐसे में देश-विदेश से लोग इस यात्रा में हिस्सा लेते हैं। मगर कोरोना के बढ़ते केसों के कारण सरकार ने कुछ दिनों के लिए मंदिर को बंद कर दिया था। मगर अब कोविड के मामलों में कुछ सुधार होने के चलते ओडिशा सरकार ने शुक्रवार को मंदिर दोबारा खोलने का ऐलान किया है।
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1 फरवरी से खुलेगा मंदिर
बता दें, कोरोना के मामलों में कमी होने व स्थानीय लोगों की आजीविका के लिए सरकार ने मंदिर फिर से खोलने की घोषणा की है। अब भक्त 1 फरवरी से भगवान के दर्शन कर सकते हैं। पुरी के जिला कलेक्टर समर्थ वर्मा ने श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) और छतीसा निजोग (मंदिर सेवा निकाय) के सदस्यों की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि बारहवीं शताब्दी से स्थित यह मंदिर रविवार को सैनिटाइजेशन के लिए बंद रखा जाएगा।
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मंदिर पर स्थानीय अर्थव्यवस्था निर्भर
इसके साथ ही उन्होंने कहा, “इस मंदिर पर ज्यादातर स्थानीय अर्थव्यवस्था निर्भर है। इसके अलावा लोगों की भावनाओं और कोरोना केसों में गिरावट होने से यह लोगों की आस्था से जुड़ा जगन्नाथ जी का मंदिर भक्तों के लिए एक बार फिर से खुलेंगे।”
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ऐसे होगा मंदिर में प्रवेश
बता दें, स्थानीय स्थिति को देखते हुए त्योहारों में मंदिर बंद रखने की घोषणा की गई है। इसके साथ ही कलेक्टर समर्थ वर्मा का कहना है कि “भक्तों को मंदिर के पूर्वी द्वार (सिंह द्वार) से अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी। मगर पुरी के स्थानीय लोग पश्चिमी द्वार से मंदिर में प्रवेश कर सकते हैं।“
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10 से 31 जनवरी तक मंदिर बंद कर दिया था
एसजेटीए ने राज्य में कोरोना के बढ़ते और कुछ सेवकों व मंदिर कर्मचारियों के वायरस से संक्रमित होने के कारण 10 से 31 जनवरी तक मंदिर बंद कर करने का ऐलान किया था। बता दें, मंदिर भले ही भक्तों के लिए बंद था। मगर भगवान जी के नियमित अनुष्ठानों में कोई बाधा नहीं आ रही थी।
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मंदिर में दर्शन के लिए दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे
कोरोना का कहर अभी पूरी तरह से थमा नहीं हैं। इसलिए इसपर ध्यान देते हुए जिला कलेक्टर ने मंदिर में जनता के दर्शन के लिए जल्द ही विस्तृत दिशानिर्देश जारी करने को कहा हैं। उन्होंने बताया हैं कि इसमें दर्शन के समय और महामारी के दौरान मंदिर में प्रवेश करने के सभी आवश्यक सावधानियों का उल्लेख किया जाएगा।
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इससे पहले मंदिर खोलने के लिए किया गया था प्रदर्शन
खबरों की माने तो इससे पहले, एक स्थानीय संगठन श्री जगन्नाथ सेना ने मंदिर को फिर से खोलने के लिए मंदिर के सामने प्रदर्शन किया था।
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