दुनिया में सोशल मीडिया का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है। ज्यादातर लोग सोशल मीडिया पर व्यस्त दिखते हैं। यह लत बड़ों के साथ बच्चों को भी प्रभावित कर रही है। एक अध्ययन के मुताबिक सोशल मीडिया के ज्यादा इस्तेमाल से बच्चों और टीनएजर्स में डिप्रैशन और एंग्जाइटी के लक्षण पाए गए हैं। यहीं नहीं ऑस्ट्रेलिया में हुई एक रिसर्च के अनुसार सोशल मीडिया की वजह से बच्चों के खाने-पीने की आदतों में गड़बड़ी सामने आई है। अगर आपका बच्चा भी जरूरत से ज्यादा सोशल मीडिया का यूज करता है तो यह लत उसके विकास के लिए अच्छी नहीं है। इसलिए जरूरी है कि पेरैंट्स बच्चों को सोशल मीडिया के इस्तेमाल से जुड़े कुछ नियम समझाएं। यहां हम कुछ नियम बता रहे हैं, जो माता-पिता को अपने बच्चों को बताने चाहिएं...
आदत न बनाएं सोशल मीडिया को
अगर आपका बच्चा दिनभर सोशल मीडिया से चिपका रहता है, तो उसे इसके नुक्सान के बारे में समझाएं। उसे उदाहरण देकर बताएं कि किस तरह ये चीजें उसकी सेहत पर असर डाल रही हैं। जैसे- इंटरनैट के ज्यादा इस्तेमाल से टाइम पर खाना न खाना, मोबाइल और लेपटॉप के अधिक यूज से आखें खराब होना।
जरूरी काम के बाद करें यूज
पेरैंट्स बच्चों को समझाएं कि अपने सभी जरूरी काम जैसे, स्टडी, होमवर्क, खाना-पीना और खेल-कूद के बाद जो समय बचे उसमें वे सोशल मीडिया का इस्तेमाल करें। अपने जरूरी काम को छोड़कर मोबाइल या लैपटॉप पर न लगे रहें।
सोशल मीडिया यूज का समय बनाएं
जिस तरह से पढ़ाई, खेल-कूद आदि का एक समय निर्धारित होता है, ठीक वैसे ही बच्चों के के लिए सोशल साइट्स के इस्तेमाल का समय बनाना जरूरी है। माता पिता बच्चों को बताएं कि वे दिनभर में एक या आधा घंटा ही सोशल मीडिया का यूज करें।
नींद पूरी लें
एक अध्ययन में सामने आया है कि सोशल मीडिया पर बिजी रहने के चक्कर में बच्चे अच्छे से नींद नहीं ले रहे, जो उनकी सेहत के लिए अच्छा नहीं। माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चे को समझाएं कि पूरी नींद लेने के लिए रात में इंटरनैट का इस्तेमाल न करें।
पर्सनल जानकारी न शेयर करें
बच्चों को सोशल मीडिया यूज का यह नियम समझाना भी जरूरी है कि वे अपनी पर्सनल जानकारी इंटरनैट पर शेयर न करें। दोस्त बनाते समय ध्यान दें कि वे किन लोगों से जुड़ रहे हैं। पेरैंट्स बच्चों की सोशल एक्टिविटी पर नजर भी रखें।
पेरैंट्स रखें इन बातें का ध्यान
•पेरैंट्स बच्चों के सामने ज्यादा इंटरनेट पर व्यस्त न रहें
• बच्चों को सोशल मीडिया के नुकसान के बारे में बताएं
•बच्चों की सोशल एक्टिविटी पर ध्यान दें
•उन्हें अकेला न छोड़े, उनके साथ समय बिताएं
•खाली समय में उन्हें बाहर पीकनिक पर ले जाएं
•कोशिश करें की बच्चे इंटरनेट का कम से कम इस्तेमाल करें