क्या आपको भी हाथों-पैरों में भी लगातार झुनझुनाहट रहती है, मांसपेशियों में ऐंठन आ जाती है तो ये संकेत कैल्शियम की कमी के हो सकते हैं।
30 के बाद क्यों हो जाती है कैल्शियम की कमी?
30 के बाद महिला के लिए कैल्शियम लेना बहुत जरूरी हो जाता है क्योंकि बढ़ती उम्र के साथ महिला की हड्डियां कमजोर होने लगती है ऐसा इसलिए क्योंकि पीरियड्स में ज्यादा ब्लड फ्लो, स्तनापान करवाने और गर्भावस्था के दौरान महिला के शरीर में इसकी कमी होने लगती है।
कितनी मात्रा में लेना जरूरी कैल्शियम
दिन के हिसाब से 4 से 18 साल की महिला के लिए 1300 एमजी, व्यस्क महिला के लिए 1000 से 1200 एमजी कैल्शियम लेना बहुत जरूरी है।
हो सकती है ये समस्याएं
1. जब कैल्शियम की कमी होती है तो मांसपेशियों में खिंचाव होने लगता है, ऐंठन होने लगती है। हड्डियों में दर्द, जोड़ दर्द करने लगते हैं।
2. शरीर में सुस्ती पड़ी रहती है। भूख कम लगती है नींद कम आती है स्किन बहुत ज्यादा ड्राई होने लगती है।
3. दांत खराब होने लगते हैं नाखून पर सफेद निशान आने लगते हैं या कच्चे हो जाते हैं।
4. बहुत सी महिलाएं कैल्शियम की कमी के चलते कंसीव नहीं कर पाती या मिसकैरेज हो जाता है।
5. कमजोर याद्दाश्त और स्किन एलर्जी भी इसी वजह से हो सकती हैं।
क्या करें?
इसके लिए कैल्शियम की गोलियों और सप्लीमेंट्स के सहारे ना बैठें रहे बल्कि नेचुरल आहार खाएं। कैल्शियम के लिए डेयरी प्रॉडक्ट्स दूध, पनीर, दही का सेवन करना बहुत जरूरी है। इसके अलावा अंडे का सफेद हिस्सा, सीफूड, पत्तेदार हरी सब्जियां, दालें, ड्राई फ्रूट्स, ब्रोकोली, पालक, टोफू, सोयाबीन, सोया मिल्क आदि को शामिल करें। ताजी धूप जरूर लें। इससे शरीर को विटामिन डी प्राप्त होगा जो कैल्शियम को अवशोषित करके रखता है।
अगर आप सप्लीमेंट्स लेना चाहती हैं तो डाक्टरी सलाह से ही शुरु करें।