अपने जमाने की खूबसूरत एक्ट्रेस रही शर्मिला टैगोर 79 साल की हो गई हैं। वह परिवार के साथ अपना बर्थ डे सेलिब्रेट कर रही हैं। शर्मिला 70 के दशक की टॉप हीरोइन थी जिन्होंने कई फिल्मों में काम किया था। वह बंगाली परिवार में जन्मी थी इसलिए पहले उन्होंने बंगाली फिल्मों से ही शुरूआत की थी। शर्मिला एक फेमस परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनका जन्म कानपुर में हुआ। उनके पिता गितिन्द्रनाथ टैगोर ब्रिटिश भारत निगम में महाप्रबन्धक थे और मां का नाम ईरा टैगोर था। शर्मिला के पिता कुलीन बंगाली हिन्दू ठाकुर परिवार से थे और नोबेल विजेता रबीन्द्रनाथ टैगोर के दूर के रिश्तेदार लगते थे जबकि उनकी माँ आसामी हिन्दू परिवार से थीं और बरुवा परिवार से सम्बंधित थी। शर्मिला टैगोर की दो और बहनें थी जिनका नाम था रोमिला और टींकू टैगोर। टींकू टैगोर का पूरा नाम उइन्द्रिला टैगोर है। शर्मिला की बहनें भी अपने अपने फील्ड में फेमस रही लेकिन अपनी बहन के जितनी फेमस नहीं रही।
शर्मिला- मंसूर की शादी को लेकर लोगों ने लगाई थी शर्त
फिल्मों मे कई बड़े हीरो के साथ काम करने वाली शर्मिला का दिल किसी स्टार पर नहीं बल्कि पटौदी के नवाब पर आया। हालांकि शर्मिला से हां करवाने के लिए उन्होंने भी काफी पापड़ बेले। इनके प्यार-मोहब्बत के किस्से और शादी काफी सुर्खियों में रही थीं लेकिन इनकी शादी को लेकर लोगों ने शर्ते भी लगाई थी कि यह जोड़ी ज्यादा देर नहीं टिकेगी, इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह दोनों का धर्म अलग-अलग होना था लेकिन शर्मिला और मंसूर के प्यार ने लोगों की बातों को झूठा साबित कर दिया। जहां, शर्मिला ने 'हां' करने से पहले मंसूर के आगे शर्त रखी थी तो वहीं मंसूर अली खान ने भी इस शादी के लिए उनके सामने एक शर्त रखी थी। दरअसल, मंसूर अली खान को अपना हमसफर बनाने के लिए बंगाली शर्मिला टैगोर को अपना धर्म बदलना पड़ा था। इस्लाम कबूल कर शर्मिला, आयशा सुल्ताना बन गई थी लेकिन उससे पहले मंसूर ने शर्मिला की खातिरदारी में 7 खानदानी फ्रिज उन्हें भेजे गए थे। कहते हैं कि शर्मिला टैगोर ने 'हां' करने से पहले काफी नखरे दिखाए थे और उन्हें मनाने के लिए मंसूर अली महंगे तोहफे भेजते थे।
मंसूर ने किया था शर्मिला को अनोखे ढंग से प्रपोज
मंसूर ने उन्हें बहुत ही अनोखे ढंग से प्रपोज किया। दोनों की मुलाकात एक दोस्त की पार्टी में हुई थी और दोस्तों ने उन्हें एक दूसरे से मिलवाया था। मंसूर को वहीं से शर्मिला पहली नजर मे पसंद आ गई थीं। वह उन्हें प्रपोज करने से खुद को नहीं रोक पाए। टाइगर ने शर्मिला के लिए ऐसा तोहफा भेजा जो शायद ही मोहब्बत में किसी ने भेजा हो। उन्होंने शर्मिला को एक के बाद एक 7 रेफ्रिजरेटर भेजे। ये बात मंसूर-शर्मिला की बेटी सोहा अली खान ने एक मीडिया इंटरव्यू में बताई थी। खबरों की मानें तो जो फ्रिज मंसूर ने शर्मिला को भिजवाए थे, वह काफी लग्जरी थे और उन दिनों बड़े खानदानों की पहचान हुआ करते थे हालांकि शर्मिला इन महंगे तोहफों से भी नहीं मानी फिर उन्होंने शर्मिला को 4 बार गुलाब भेजकर प्रपोज किया। बस यहीं पर शर्मिला उनके प्यार की गिरफ्त में आ गई। कहते हैं कि शर्मिला ने हां कहने में काफी इंतजार करवाया और शर्त रखी थी कि वह लगातार 3 छक्के मारकर इंडिया को जीताएंगे तो वह मानेंगी और यह शर्त मंसूर अली ने पूरी भी की।
प्यार की खातिर शर्मिला ने कबूला इस्लाम
अब वो दोनों तो राजी हो गए थे लेकिन धर्म के चलते दोनों के परिवार वाले शादी के लिए राजी नहीं थे हालांकि बाद में दोनों के प्यार के आगे सबको झुकना पड़ा। शर्मिला को भी मंसूर की एक शर्त माननी पड़ी जो उनकी मां ने रखी थी। मंसूर अली ने यह बात अपनी अम्मी साजिदा सुल्तान को बताई कि वो फिल्म एक्ट्रेस शर्मिला टैगोर से प्यार करते हैं और शादी करना चाहते हैं तो साजिदा सुल्तान ने तुरंत इस रिश्ते के लिए हामी नहीं भरी थी और उनके सामने एक शर्त रख दी थी। भोपाल की बेगम और मंसूर अली खान की अम्मी की शर्त थी कि अगर शर्मिला अपना धर्म बदलकर मुस्लिम धर्म अपना लें और इस्लाम धर्म कबूल कर लें, तभी दोनों की शादी हो सकती है। तब शर्मिला ने अपने प्यार की खातिर इस्लाम धर्म कुबूल कर लिया और शर्मिला से बेगम आयशा सुल्ताना बन गईं।
शादी के बाद भी लोग यहीं क्यास लगाते रहे कि ये शादी नहीं चलेगी लेकिन दोनों के प्यार के आगे सब झूठे पड़ गए। शर्मिला और मंसूर ने अपने प्यार की एक नई मिसाल कायम की और ताउम्र यह रिश्ता निभाया। शर्मिला और मंसूर के तीन बच्चे हैं। सैफ अली खान, सबा खान और सोहा अली खान। सैफ और सोहा तो बॉलीवुड इंडस्ट्री से जुड़े हैं और अक्सर स्पॉट होते ही रहते हैं लेकिन सबा लाइमलाइट से दूर ही रहती हैं हालांकि पटौदी खानदान की सारी जायदाद का लेखा-जोखा वहीं संभालती हैं।