देश के विभिन्न राज्यों में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के प्रभाव को कम करने के लिए राज्यों ने लॉकडाउन लगाया गया है। ताकि अनेक बहुमूल्य जीवन बचाए जा सके। वहीं दूसरी ओर इसके कारण पर्यावरण में भी काफी सुधार देखने को मिला। हमारे चारों तरफ की आबो हवा काफी साफ थी और गर्मियों में भी लू की बजाय ठंडी हवा के झोंके मौसम के मिज़ाज़ का अहसास दिला रहे थे।
सरकार के प्रयासों से पिछले कुछ दिनों से कोरोना के मामलों में काफी कमी आयी है जोकि हम सबके लिए राहत भरी खबर है। ऐसे में सभी सरकारें धीरे- धीरे लॉकडाउन में ढील दे रही हैं जिससे सामान्य जीवन फिर पटरी पर आ रहा है। आर्थिक गतिविधियां शुरू होने से फिर से फैक्टीरियां, यातायात, बाजार सामान्य रूप से काम करना शुरू कर देंगे तथा इससे वातावरण में प्रदूषण बढ़ना शुरू हो जाएगा। ऐसे में सवाल यह है कि प्रदूषण से जुडी सौंदर्य समस्याओं को कैसे सुलझायां जाएं?
पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदूषण आगामी दिनों में बढ़ सकता है। हालांकि वायु प्रदूषण से सेहत को होने वाले नुकसान के बारे में ज्यादातर लोग जागरूक हैं लेकिन वायु प्रदूषण से बालों, त्वचा ,चेहरे की सुंदरता पर पड़ने वाले खतरनाक प्रभाव से कम ही लोग वाकिफ है। वायु में बढ़ते प्रदूषण से न केवल आपके शारीरिक स्वास्थ्य पर कुप्रभाव पड़ता है लेकिन उससे आपकी खूबसूरती पर भी ग्रहण लगता है।
स्किन खराब होने के कारण
शहरो में बढ़ते वायु प्रदूषण से आपको फेफड़ों के रोगों के अलावा समय से पहले बुढ़ापा, पिगमेंटेशन, त्वचा के छिद्रों में ब्लॉकेज आदि अनेक सौंदर्य समस्याएं खड़ी हो जाती हैं। ज्यादातर भारतीय शहरों में वाहनों, एयर कंडीशनर, धुल, धुएं आदि से आसमान में बनने वाली जहरीली धुंध की चादर से माइक्रोस्कोपिक केमिकल्स की एक परत बन जाती है जिसके कण हमारे छिद्रों के मुकाबले 20 गुणा ज्यादा पतले होते हैं जिसकी वजह से वह हमारी बाहरी त्वचा से हमारे छिद्रों में प्रवेश करके त्वचा की नमी को खत्म कर देते हैं। इसके कारण त्वचा में लालिमा, सूजन, काले दाग व त्वचा में लचीलेपन में कमी आ जाती हैं। साथ ही इसकी वजह से त्वचा निर्जीव, शुष्क, कमजोर एवं बुझी-बुझी सी हो जाती है। वायु में विद्यमान रसायनिक प्रदूषण त्वचा तथा सिर के सामान्य संतुलन को बिगाड़ देते हैं जिससे त्वचा में रूखापन, संवेदनहीनता लाल चकत्ते, मुंहासे, खुजली एवं अन्य प्रकार की एलर्जी एवं बालों में रूसी आदि की समस्यायें उभर सकती है।
ऐसे में आप इससे बचने के लिए सौंदर्य विशेषज्ञ व हर्बल क्वीन के नाम से लोकप्रिय शहनाज हुसैन के कुछ खास टिप्स अपना सकती है। तो चलिए जानते हैं इन टिप्स के बारे में...
क्लीजिंग क्रीम व दूध करें इस्तेमाल
यदि आपकी त्वचा शुष्क है तो आपको क्लीजिंग क्रीम तथा जैल का प्रयोग करें। वहीं तैलीय त्वचा वालों को क्लीनिंग दूध या फेशवाश का उपयोग कराना चाहिए। सौंदर्य पर प्रदूषण के प्रभावों को कम करने के लिए आप चंदन, पुदीना, नीम, तुलसी, घृतकुमारी (एलोवेरा) जैसे पदार्थो का उपयोग कर सकती है। इन पदार्थों में विषैले तत्वों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। साथ ही चेहरे पर पड़े पिंपल्स, दाने को साफ करने में मदद मिलती है।
सिर पर लगाएं ये चीजें
वायु प्रदूषण बालों को भी खराब करता है। इसके लिए आप एलोवेरा यूज कर सकती है। इसके लिए एक कटोरी में 1 बड़ा चम्मच सिरका तथा एलोवेरा जैल 1 अंडा मिलाएं। फिर इसे हल्के-2 सिर पर लगाकर 30 मिनट तक लगा रहने दें। बाद सिर को ताजे पानी से धो लें। आप गर्म तेल से मसाज भी कर सकती है। इसके लिए नारियल तेल को गर्म करके इसे सिर पर लगा लीजिए। इसके अलावा गर्म पानी में एक तौलिया डुबोकर निचोड़ लें। बाद में सिर पर 5 मिनट तक बांध लें। इस प्रक्रिया को 3-4 बार दोहराएं। इस प्रक्रिया से बालों तथा खोपड़ी पर तेल को सोखने में मदद मिलती है। इस तेल को पूरी रात सिर पर लगा रहने दे तथा सुबह ठंडे या ताजे पानी से सिर धो लें।
ऐसे दिलाएं आंखों को आराम
वायु में प्रदूषण तथा गंदगी से आंखों में जलन तथा लालिमा आ सकती है। इससे बचने के लिए आंखों को ताजे पानी से बार-2 धोएं। कॉटनवूल पैड को ठंडे गुलाब जल या ग्रीन-टी में डुबोकर आंखों पर आईपैड की तरह रखें। आंखों में आई पैड लगाने के बाद जमीन में 15 मिनट तक आराम में शवासन की मुद्रा में लेट जाइए। इससे आंखों की थकावट दूर होकर चमक आएगी।
भरपूर मात्रा में पानी पीएं
प्रदूषण से जंग में पानी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। इस दौरान आप ताजे, स्वच्छ जल का अधिकतम उपयोग करें। असल में, पानी शरीर के विषैले पदार्थों को बाहर निकलने तथा कोशिकाओं को पौष्टिक पदार्थों को बनाए रखने में मदद करता है। साथ ही प्रदूषण की के कारण त्वचा को हुए नुकसान की भरपाई करता है।
ओमेगा 3-6 फैटी एसिड से भरपूर चीजों का करें सेवन
ओमेगा 3 तथा ओमेगा 6 फैटी एसिड्स त्वचा को प्रदूषण के दुष्प्रभाव से बचाने में अहम भूमिका अदा करते हैं। फैटी एसिड्स त्वचा में ऑयल शील्ड बना देते हैं जिससे त्वचा को अल्ट्रा वायलेट किरणों से होने वाले नुकसान से सुरक्षा मिलती है। इसके लिए डेली डाइट में मछली, अखरोट, राजमा, सूरजमूखी के बीज, अनाज, चिकन, मीट आदि का सेवन करें।
अच्छी सेहत के लिए घर पर लगाएं ये पौधा
वायु में प्रदूषण से शहरों में रहने वाले नागरिकों के स्वास्थ्य तथा तंदरुस्ती पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। वहीं आज के समय में हम अत्याधिक प्रदूषण स्तर को झेल रहे हैं जिससे सांस तथा फेफड़ों की बीमारी सामान्य बन गई है। घर के अंदर प्रदूषित हवा आने से सिरदर्द, आखें में जलन जैसी समस्याएं हो रही है। इससे बचने के लिए घर पर एलोवेरा का पौधा लगाना सबसे लाभदायक माना जाता है। यह घरों में ऑक्सीजन प्रवाह को तेज करता है तथा प्रदूषण के प्रभाव को कम करता है। इसके अलावा अंजीर, बरगद, पीपल का वृक्ष स्पाईडर प्लांट भी हवा को साफ करने में काफी सहायक माने जाते हैं। यह यह हवा में मौजूद जहरीले तत्वों को सोख लेते हैं। वहीं स्नेक प्लांट वायु प्रदूषण को रोकने तथा ताजा स्वच्छ हवा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। स्नेक प्लांट को बैडरूम में भी रखा जाता है तथा इसकी देखभाल भी काफी आसान तथा सामान्य है। इसके अलावा ऐरेका पाम, इंग्लिश आईवी, वोस्टनफर्न तथा पीस लिली जैसे पौधे भी भारत में आसानी से मिल जाते हैं तथा पर्यावरण मित्र माने जाते हैं। ऐसे में आप इन्हें भी घर पर लगा सकती है।