ब्रिटेन की सियासत ने उस समय नया माेड़ ले लिया था जब ऋषि सुनक ने देश की कमान संभाली। इतिहास में पहली बार भारतीय मूल के ऋषि सुनक को वहां का प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है। ऋषि सुनक कई मायने में पहले शख्स हैं, हालांकि इस सब के बीच उनके कुत्ते को लेकर बेहद चर्चाएं चल रही है। क्योंकि इस कुत्ते के मदद से सुनक ने गोरों का घमंड तोड़ दिया और शायद इसे ही कर्मा कहते हैं।
यह बात तो कोई भारतीय नहीं भूल सकता कि अंग्रेजों ने 200 साल तक हमारे देश पर शासन किया और कई तरह के जुल्म ढहाये। उस समय अंग्रेजों द्वारा रॉयल शिमला क्लब में एक बोर्ड लगाया गया था जिसमें लिखा गया था- इंडियन और डॉग्स को अंदर जाने की इजाजत नहीं। उनका यह घमंड तब चकनाचूर हुआ जब ऋषि सुनक 10 डाउनिंग स्ट्रीट में अपने डॉग के साथ पहुंचे।
सुनक ने खुद इस तस्वीर को शेयर कर भारतीयों काे बेहद खुश कर दिया था। इस तस्वीर में देख सकते हैं कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति अपने पालतू कुत्ते को पकड़े हुए डाउनिंग स्ट्रीट में दाखिल हुए। इस डॉग का नाम नोवा है और सुनक इसे बेहद प्यार करते हैं। इस तस्वीर के सामने आने के बाद लोगों के एक से बढ़कर एक कमेंट सामने आए।
एक यूजर ने लिखा- एक वक्त था इंग्लैंड के ब्यूरोक्रेट्स के ऑफिस पर एक बोर्ड लगा होता था- "कुत्तों और भारतीयों को अंदर आने की अनुमति नहीं है"। वक्त की मार देखिए, आज ये दोनों इंग्लैंड की सबसे ऊंची कुर्सी पर बैठे हैं। कलै: तस्मै नमः। वक्त सबका आता है। बता दें कि 10 डाउनिंग स्ट्रीट 1735 से ब्रिटिश प्रधानमंत्रियों का निवास स्थान रहा है। यह प्रधानमंत्री का आधिकारिक निवास, उनका कार्यालय और वह स्थान होता है, जहां प्रधानमंत्री दुनिया के नेताओं से लेकर राजघरानों तक के मेहमानों की मेजबानी करते हैं।