बहुत से लोग इस बात से अनजान है कि घरों में पाई जाने वाली फफूंद उनके लिए कितनी खतरनाक साबित हो सकती है। इस फफूंद को मोल्ड (Mold) भी कहते हैं, जो एक प्रकार का कवक यानि फंगस है जो नम और खराब हवादार क्षेत्रों में अधिक बढ़ता है मोल्ड एलर्जी के सामान्य लक्षणों में छींकना, खांसना, रक्त संचय और आंखों में पानी आदि शामिल हैं। ये लक्षण आम सर्दी या साइनस संक्रमण के साथ हो सकते है, लेकिन अस्थमा के रोगियों की हालत इसक चलते बदतर हो सकती है।
क्या होती है मोल्ड
मोल्ड एक ऐसी संरचना है जिसमें कुछ कवक या फंगी विकसित हो सकते हैं। यह उन जगहों पर पनपती है जहां बहुत अधिक नमी होती है, जैसे टपकी हुई छतें, खिड़कियां, पानी के पाइप, बाढ़ वाले इलाके और बाथरूम में भी हो सकते हैं। कभी-कभी आप इन्हें खराब हो चुके खाने पर भी देख सकते हैं। जिन लोगों को अस्थमा या सांस की बीमारी होती है, इम्यून सिस्टम कमजोर होता है या कोई एलर्जी होती है, तो उन लोगों का मोल्ड के संपर्क में आना गंभीर साबित हो सकता है।
मोल्ड को हटाना आसान नहीं
मोल्ड को हटाना बहुत मुश्किल होता है क्योंकि यह सतह के भीतर गहरा होता है। मोल्ड की समस्या यह है कि यह दीवार के अंदर होता है, इसलिए यदि आप केवल सतह को साफ करते हैं, तो वह पूरी तरह से नहीं हटता है और यह केवल एक अस्थायी समाधान होता है।यदि आप मोल्ड की उपस्थिति का अनुभव कर रहे हैं, तो अपने आप को सुरक्षित रखें और जोखिम को कम करें।
मोल्ड काे लेकर तथ्य:
-यह दीवारों के पीछे बढ़ सकता है।
-यह लोगों को अलग तरह से प्रभावित कर सकता है।
-मोल्ड के कई प्रकार और रंग होते हैं। यह विभिन्न प्रकार की सतहों (लकड़ी, कालीन, कागज और धूल पर भी) पर उग सकता है।
फफूंद मुक्त घर के लिए टिप्स
-बेसमेंट में नमी के स्रोत को दूर करें जैसे लीक होने वाली पाइप की मरम्मत करवाएं।
-एयर कंडिशनर का फिल्टर नियमित रूप से बदलें।
-पुरानी किताबें और अखबार जिसमें नमी लग रही हो को तुरंत बाहर कर दें।
-किचन की नमी वाली जगहों को भी नियमित रूप से साफ और सूखा रखें ताकि फंफदी न लगे।
-घर में कहीं भी लीकेज या छत से पानी टपक रहा हो, तो उसकी मरम्मत करवाएं।
-घर के अंदर बहुत अधिक इंडोर प्लांट न रखें और जो है सुनिश्चित करें कि उसकी मिट्टी और पत्तियों पर फंफूद न लगे।
-मोल्ड के किसी भी संकेत का पता लगाने के लिए डिजिटल नमी मीटर या ईआरएमआई परीक्षण करें।
-बाथरूम को हमेशा सूखा रखें। साथ ही यह हवादार होना चाहिए।
-कोशिश करें कि गर्म पानी की जगह गुनगुने या ठंडे पानी से नहाएं , क्योंकि गर्म पानी ह्यूमिडिटी लेवल बढ़ा देता है। जिससे बाथरूम में फफूंद हो सकती है।