नाक के अंदर के बाल सांस के द्वारा धूल और गंदगी को फेफड़ों तक पहुंचने से रोकते हैं। हालांकि जब यह बड़े हो तो खूबसूरती को घटा देते हैं और देखने में गंदे भी लगते हैं। जिसे महिलाएं हो या पुरूष वैक्सिंग के जरिए या काट कर निकाल देते हैं। बहुत कम लोग होंगे जो ये जानते हो कि नाक के बाल हटाने से सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। आज आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि नाक के बाल क्यों नहीं काटने चाहिए और अगर रिमूव करने ही है तो उसका सही तरीका क्या है।
नाक के बाल के फायदे
गंदगी को करते हैं साफ
नाक के बाल धूल-मिट्टी को शरीर में जाने से रोकते हैं। जब हम सांस लेते हैं तो आक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड के साथ बैक्टीरिया और धूल शरीर में जाती है। ऐसे में नाक के बाल उस गंदगी को छानने का काम कर बीमारियों से बचाते हैं।
नाक में खुजली और सूजन
जब आप नाक के बालों को खींचते या तोड़ते हैं तो इस दौरान कभी-कभी असहनिय दर्द होता है। ऐसे में नाक में सूजन, लाल होना, खुजली जैसी समस्या हो सकती है। यह पीड़ादायक भी हो सकता है। अगर फिर भी नाक के बालों को हटाना चाहती हैं तो उसे जड़ से खींचने के बजाय ट्रिम करना बेहतर है।
सेहत के लिए फायदेमंद
नाक के बाल गंदगी को शरीर में जाने से रोकते हैं जिससे स्वास्थ्य खराब नहीं होता। अगर नाक में बाल न हो तो सांस लेने के साथ ही धूल, मिट्टी और बैक्टीरिया शरीर में जाकर कई बीमारियों को न्योता देते हैं। नाक के बाल फेफड़ों के लिए एक तरह का फिल्टर है। इसलिए नाक के बालों को हटाने से बचें।
इंसान की हो सकती है मौत
कई बार देखा जाता है कि कुछ लोग झटके से नाक के बाल तोड़ते हैं या फिर वैक्स करने से खींचते हैं। ऐसे में नाक में बारीक रक्त वाहिनियां होती हैं जो दिमाग की रक्त वाहिनियों से जुड़ी होती है। नाक के बाल झटके से तोड़ने या खींचने पर रक्त वाहिनियों में छेद हो जाता है जिस वजह से खून निकलता है और दिमाग की नसों तक पहुंच जाता है। जिससे इंसान की मौत भी हो सकती है।