सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद से फिल्म जगत में नेपोटिज्म का मुद्दा गर्माया हुआ है। आए दिन यूजर्स इस मुद्दे को लेकर सेलेब्स तो कभी स्टार किड्स को ट्रोल करते रहते हैं। वहीं कुछ सेलेब्स ने इस मामले पर अपनी राय भी रखी है। इसी बीच अब एक्ट्रेस राधिका मदान ने नेपोटिज्म पर खुलकर बात की और बताया कि उन्हें बाॅलीवुड में काम पाने के लिए किस तरह स्ट्रगल करना पड़ा था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक राधिका मदान ने कहा, 'मैंने जब अपने करियर की शुरूआत की थी तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं थी कि मेरे पास बहुत सारी स्क्रिप्टस थी या फिर मैं अपने मनचाहे बैनर या डायरेक्टर के साथ काम कर सकती थी। उस समय तो ऐसा था कि जो भी हो रहा है अच्छा है, बस वो मुझे ही मिल जाए। ये बात सही है कि इंडस्ट्री में एक आउटसाइडर के तौर पर करियर बनाना मुश्किलों से भरा है। मुझ से एक स्टार किड के लिए प्रोजेक्ट वापिस ले लिया गया।'
राधिका ने आगे कहा, 'जब आपको कहा जाता है कि आप एक अच्छे कलाकार नहीं है। इसके साथ ही आपको 20 साल की उम्र में कहा जाए कि आप सुंदर नहीं है, तो इससे आपका आत्मविश्वास हिल जाता है। अच्छे और बुरे लोग हर जगह पर मौजूद होते हैं। ये खुद पर निर्भर करता है कि जिंदगी में आप अपनी क्षमताओं के साथ आगे कैसे बढ़ना चाहते हैं। आपको हर किसी को अपनी बात समझाने की जरूरत नहीं है और ना ही अपनी हर बात पर किसी को विश्वास करवाने की जरूरत है। आपको तय करना है कि क्या सही है और क्या गलत। अपने सपनों पर और कुद पर भरोसा रखें।'
बता दें राधिका मदान फिल्म 'पटाखा' और 'मर्द को दर्द नहीं होता' में नजर आई थी। इसके बाद एक्ट्रेस को फिल्म 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर 2' के लिए आप्रोच किया गया था। लेकिन राधिका से वो फिल्म यह कह कर वापिस ले ली गई कि वह सुंदर नहीं है। फिर वो फिल्म स्टारकिड को दे दी गई थी। हाल ही में राधिका फिल्म 'अंग्रेजी मीडियम' में नजर आी थी। इस फिल्म में राधिका ने इरफान खान की बेटी का किरदार निभाया था।