22 DECSUNDAY2024 11:30:45 PM
Nari

'मैं कहीं नहीं जाने वाला, यहीं जीऊंगा और यहीं मरूंगा...', सिद्धू मूसेवाला की ये बातें सुन आपकी आंखे भी हो जाएगी नम

  • Edited By Priya dhir,
  • Updated: 30 May, 2022 05:58 PM
'मैं कहीं नहीं जाने वाला, यहीं जीऊंगा और यहीं मरूंगा...', सिद्धू मूसेवाला की ये बातें सुन आपकी आंखे भी हो जाएगी नम

'मैं कहीं नहीं जाने वाला, यहीं जीऊंगा और यहीं मरूंगा... ये बातें खुद कही थी पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला ने..भले ही वो आज हमारे बीच में नहीं रहे लेकिन वो अपने गानों से हमेशा सभी के दिलों में जिंदा रहेंगे। सिद्धू मूसे वाला फेमस सिंगर होने के साथ-साथ कांग्रेस नेता भी थे। इस साल फरवरी में हुए पंजाब विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान हर रैली और सड़क के किनारे की हर बैठक में वह दोहराते थे कि मैं कहीं नहीं जा रहा हूं। मैं यहीं रहूंगा और मैं यहीं मरूंगा...।

सिद्धू मूसेवाला ने चलाया था अलग अभियान 

सिद्धू मूसेवाला का दिल अपने गांव मूसा के लिए धड़कता था इसलिए वो अपने गांव के नाम से जाने जाते थे। उन्हें मानसा से कांग्रेस का टिकट मिला था, जहां उन्हें आम आदमी पार्टी (आप) के विजय सिंगला के खिलाफ खड़ा किया गया था। विवादों से दूर रहकर उन्होंने एक अलग अभियान चलाया था। उन्होंने स्वच्छ वातावरण को अपना चुनावी मुद्दा बनाया। उस वक्त प्रचार के दौरान उन्होंने कहा, “हमें उस हवा को साफ करने की जरूरत है जिसमें हम सांस लेते हैं, जो पानी हम पीते हैं, जो खाना हम खाते हैं।”

यह नहीं एक सभा में उन्होंने बताया था कि वो राजनीति में क्यों आए। उन्होंने कहा था, “जब मैं 23 साल का था, तब मैंने अपने माता-पिता के जीवन को बदलने के लिए एक पेशा (संगीत) चुना था। 27 साल की उम्र में मेरे पास अपने माता-पिता को देने के लिए शोहरत और पैसा है, लेकिन मैं हवा नहीं खरीद सकता। अमीर हो या गरीब हम एक ही हवा में सांस लेते हैं।”

कैंसर पर किया था काम

कैंसर के लिए मूसेवाला ने काम किया था। वह अपने गांव में सालाना फ्री कैंसर कैंप का आयोजन करते थे। उन्होंने एक बार कहा था, “हम 2,800 लोगों का एक छोटा सा गांव हैं। लेकिन हर साल कम से कम छह से आठ लोगों को कैंसर का पता चलता है। यह सब हमारी मिट्टी और हवा में मौजूद विषाक्त पदार्थों के कारण है। उन्होंने संगीत से  की गई अपनी कमाई का इस्तेमाल करके जमीन में निवेश किया। उन्होंने अपने जीवन का रास्ता चुन लिया था। हालांकि वो चुनाव हार गए थे।

वही अपनी जिंदगी में मूसेवाला सिर्फ एक शख्स के करीब थे और वो थी उनकी मां। वो अपनी मां के बेइंतहा प्यार करते थे। इसी साल की शुरुआत में उनकी मां ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उनका बेटा जल्द ही शादी करने वाला है औऱ यह एक लव मैरिज है लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि सिद्धू इतनी कम उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह देंगे।

गुरू की तरह ही हुई सिद्धू की हत्या

बता दें कि सिद्धू अमेरिकन रैपर और ऐक्टर Tupac Amaru Shakur को अपना गुरु मानते थे जो अब हमारे बीच में नहीं है। साल 1996 में कार में गोली मारकर Tupac Amaru Shakur की हत्या कर दी गई थी। उनको ही श्रद्धांजलि देने के लिए सिद्धू ने गाना 'द लास्ट राइड' तैयार किया था। लेकिन गाने के रिलीज होने के दो हफ्ते बाद ही उनकी हत्या कर दी गई। बता दें कि 7 सितंबर 1996 को लास वेगास में 25 साल के Shakur को गाड़ी में मार डाला गया था। उनके सीने में चार गोलियां दागी गई थीं। और इलाज के 6 दिन बाद 13 सितंबर 1996 को उनकी मौत हो गई थी।

Related News