आज कल लोग अपनी शादियों पर अपनी जिंदगी की कमाई हुई सारी जमा पूंजी लगा देते हैं। लोग एक शादी के 4-5 समारोह रखते हैं और फिर शादी भी धूमधाम से करते हैं शायद शादियों पर इतना खर्च होने के कारण ही लोग लड़कियों को बोझ समझते हैं और उनकी शादी के लिए जन्म से ही पैसे जोड़ने शुरू कर देते हैं अगर शादियां सादगी से होने लगे तो इस समाज को बेटी कभी बोझ न लगे। जहां हमारे समाज में लोग शादी पर लाखों खर्च करते हैं वहीं एक ऐसी खबर सामने आई जिसे सुन आप भी चकित रह जाएंगे।
ये खबर है गढ़शंकर के गांव भंडियार की जहां जतिंद्र कुमार दास ने मंहगी शादी की परिभाषा को ही बदल डाला और सादगी से शादी की। 17 मिनट में होने वाली इस शादी में मात्र 2100 रूपए खर्च हुए और इसी सादगी भरे अंदाज में दूल्हा दुल्हन को अपने साथ अपने घर ले गया। आप ने ऐसी सादगी भरी शादियों के बारे में सुना तो बहुत होगा लेकिन आज आपने देख भी लिया।
शादी में दूल्हा और दुल्हन ने कोई मंहगे कपड़े नहीं पहने थे। दुल्हा बिना सेहरे के बैठा था और दुल्हन बिना गहनों के। कोरोना को ध्यान में रखते हुए दूल्हे के परिवार की तरफ़ से सिर्फ़ 11 लोग ही शामिल हुए। इस शादी की खासियत इसलिए ज्यादा है क्योंकि आजकल लोगों की यही सोच बन गई है कि शादी करेंगे तो मंहगी करेंगे लेकिन उन्हें नहीं पता इससे कितने पैसे यूं ही बबार्द हो जाते हैं और तो और अगर हमारे समाज में ऐसी शादियां होने लगी तो लड़की को कोई बोझ नहीं समझेगा।