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बच्चों का मुंडन कराने हाटकोटी मंदिर पहुंची प्रीति जिंटा, शिमला जाने पर जरूर करें यहां के दर्शन

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 09 May, 2023 04:33 PM
बच्चों का मुंडन कराने हाटकोटी मंदिर पहुंची प्रीति जिंटा, शिमला जाने पर जरूर करें यहां के दर्शन

ईडन गाडर्न कोलकाता में पंजाब किंग्स व कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच होने वाले आईपीएल मैच से पहले पंजाब किंग्स टीम की ऑनर व बॉलीवुड की अभिनेत्री प्रीति जिंटा ने अपने पैतृक गांव हाटकोटी में मां हाटकोटी के मंदिर में शीश नवाया। इस दाैरान उन्होंने हिमाचली रीति- रिवाज से अपने दोनों बच्चों का मुंडन भी करवाया।

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प्रीति जिंटा जैसे ही पैतृक गांव पहुंची तो फैंस का तांता लग गया। लोगों में उनके साथ सेल्फी खिंचवाने की होड़ लग गई। प्रीति जिंटा ने जुड़वां बेटा और बेटी का शिमला के दुर्गा माता मंदिर हाटकोटी में मुंडन संस्कार करवाया। उनके अमेरिका निवासी पति जिन गुडईनफ भी इस पूजा-अर्चना में मौजूद रहे। मुंडन संस्कार के बाद उन्होंने मंदिर परिसर में लोगों के साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं।

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 प्रीति हाटकोटी मंदिर में सुबह करीब 10 बजे परिवार के साथ पहुंची। उनके साथ माता नील प्रभा जिंटा और भाई कर्नल दीपांकर जिंटा भी आए थे। मंदिर में पूजा के लिए पहले ही सभी व्यवस्था की गई थी। पूजा-अर्चना के दौरान बाहर के किसी भी व्यक्ति को तस्वीरें लेने की मनाही थी। दोनों बच्चों के मुंडन संस्कार की रस्म पूरी होने के बाद प्रीति काफी खुश नजर आई। उन्होंने सभी लोगों से फोटो खिंचवाने के आग्रह को स्वीकार किया। 

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करीब 10 मिनट तक मंदिर परिसर में उन्होंने लोगों के साथ फोटो लिए लेकिन बच्चों को इससे दूर रखा गया। उसके बाद दोपहर 12.15 बजे तक वह परिवार के साथ लोक निर्माण विभाग के हाटकोटी विश्राम गृह में रहीं। प्रीति जिंटा मूलतह हिमाचल के तहसील रोहडू के सियाओ गांव के रहने वाली थी। अब उनकी शादी अमेरिका में हुई है। वह आजकल जुब्बल में मामा के घर रह रही हैं। यहां पर पहले भी उनका कई बार गोपनीय दौरा हुआ है। 

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बता दें कि "देवभूमि" या देवताओं की भूमि के रूप में प्रसिद्ध, शिमला में कई धार्मिक स्थल हैं इनमें से एक है शिमला का हाटकोटी मंदिर जो हाटकोटी की रहस्यमयी घाटी में स्थित है। यह शिमला से लगभग 110 किमी की दूरी पर समुद्रतल से 1370 मीटर की ऊंचाई पर पब्बर नदी के किनारे पर बना है। हाटकोटी मंदिर को न केवल देवी दुर्गा और भगवान शिव के रूप में मुख्य देवताओं के लिए विशेष सम्मान दिया जाता है, बल्कि यहां  बर्फ से ढकी हिमालय श्रृंखलाएं, गहरे जंगलों की हरी ढलानों और शानदार पहाड़ के बीच घाटियों की अद्भुत पृष्ठभूमि भक्तों को अपनी और खींच ही लाती है। 

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कई लोग यहां की प्राकृतिक सुंदरता और प्राचीन और शांत वातावरण के लिए यहां आना पसंद करते हैं। स्थानीय लोगों का मानना है कि माता हाटकेश्वरी हिंदू धर्म की सबसे शक्तिशाली देवी हैं और यही कारण है कि यह मंदिर हिमाचल प्रदेश के निवासियों के साथ-साथ शिमला आने वाले लोगों द्वारा भी सुशोभित और सराहा जाता है।  इस अद्भुत मंदिर परिसर में कदम रखे बिना शिमला यात्रा अधूरी मानी जाती है।
 

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