आज भारत में हर 10 में से एक महिला सर्वाइकल कैंसर से पीड़ित है, पर अफसाेस महिलांए इसे लेकर जागरूक नहीं हैं। भारत की महिलाओं में सबसे ज्यादा ब्रेस्ट कैंसर के मामले पाए जाए हैं और सर्विक्स या गर्भाशयग्रीवा में होने वाला ये सर्वाइकल कैंसर दूसरे स्थान पर है। महिलाओं को इस बीमारी के प्रति जागरूक करने के लिए पंजाब केसरी कार्यालय में फुलकारी संस्था के सहयोग से सर्विकल कैंसर पर सेमिनार आयोजित किया गया।
इस सेमिनार का मकसद महिलाओं को सर्वाइकल हेल्थ के बारे विस्तार से जानकारी देना था। इस मौके पर पंजाब केसरी ग्रुप की डायरेक्टर श्रीमती साइशा चोपड़ा, फुलकारी वूमेन आफ जालंधर की प्रेसिडेंट नीरजा महाजन, शिल्पा अग्रवाल, डॉक्टर अमिता शर्मा, पूजा अरोड़ा, पल्लवी ठाकुर, कृतिका सिंह शामिल हुई। पंजाब केसरी ग्रुप की डायरेक्टर साईशा चोपड़ा जी ने इस नेक काम के लिए संस्था का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा- यह संस्था ने सर्वाइकल कैंसर को लेकर जो जानकारी दी है इसके बारे में हर किसी को मालूम नहीं था । साईशा चोपड़ा जी का कहना है कि- इलाज से बेहतर रोकथाम है, इसलिए हम सभी को खुद का ख्याल रखना चाहिए।
नीरजा महाजान ने इस मौके पर कहा- उनकी संस्था का मकसद है कि वह पंजाब को कैंसर मुक्त बनाएं। उनका कहना है कि उन्होंने इस संस्था की शुरुआत कुछ साल पहले ही की थी अब उनके साथ कई महिलाएं जुड़ चुकी हैं। इसके साथ ही डॉक्टर डॉक्टर अमिता शर्मा ने बताया कि बच्चेदानी के मुंह का कैंसर महिलाओं में होने वाले कैंसर में दूसरे स्थान पर आता है।
डॉक्टर ने बताया कि सर्वाइकल वैक्सीन लगवाने से इस वायरस को रोका जा सकता है। इसका इंजेक्शन 10 साल की उम्र की लड़की से लेकर 45 साल की उम्र तक ही हर महिला को लगवाना चाहिए। इस वैक्सीन के आपको तीन डोज दिए जाते हैं, पहला वैक्सीन लगवाने के बाद आपको अगले महीने दूसरा वैक्सीन लगवाना होता है और तीसरा वैक्सीन आपको 6 महीने के बाद लगाया जाता है।
क्या है सर्वाइकल कैंसर
सर्वाइकल कैंसर यूटरस के मुंह का कैंसर है, जिसकी चपेट में भारतीय महिलाएं आ रही है। ये ऐसी बीमारी है, जो कि यूटरस में सेल्स की अनियमित वृद्धि होने के कारण होती है। सर्वाइकल कैंसर के जोखिम कारकों में एचपीवी इंफेक्शन, स्मोकिंग, बार-बार होने वाली प्रेग्नेंसी, एक से ज्यादा सेक्सुअल पार्टनर और परिवार में सर्वाइकल कैंसर का इतिहास आदि शामिल है।