जहां एक तरफ कोरोना महामारी से पूरा देश परेशान है, वहीं पश्चिम बंगाल में अम्फान तूफान ने तबाही मचाई दी हैं जिसमें बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई। प्रदेश सरकार के मुताबिक इस तूफान के चलते एक लाख करोड़ का नुकसान हुआ, वहीं कुछ लोगों के घर तक उड़ गए। मगर वहीं कोलकाता में तूफान के चलते बिजली-पानी की आपूर्ति ठप हो गई है, जिसके चलते लोग काफी नाराज होकर सड़कों पर उतर आए और प्रदर्शन करने लगे।
बिजली-पानी की आपूर्ति ठप, सड़कों पर उतरे लोग
बिजली-पानी की आपूर्ति ठप होते देख लोग ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। दक्षिण के बेहला से लेकर उत्तर में बेलघारिया तक कई इलाकों में प्रदर्शन देखने को मिल रहा हैं। लोगों ने पानी और बिजली की सप्लाई ठप होने का आरोप फेल प्रशासन पर लगाया है। जानकारी के लिए बता दें कि इस प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर संख्या महिलाओं की जिन्हें पिछले तीन दिनों से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं। वहीं लोगों के प्रदर्शन से ममता बनर्जी भी काफी परेशान हैं। जब इस संकट के समय में जब ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की तो उनसे प्रदर्शन को लेकर भी सवाल किया गया जिसके जवाब में उन्होंने कहा आप मेरा सिर काट लीजिए।
लोगों की सहूलियत के लिए हम दिन-रात कर रहे हैं काम
ममता बनर्जी ने लोगों को संयम बनाए रखने की अपील की और कहा कि हम रात दिन लगातार उनके सहूलियत के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा 'इस भयानक तबाही को सिर्फ दो ही दिन बीते हैं। हम दिन रात काम कर रहे हैं। कृपया धैर्य रखें। हम कोशिश कर रहे हैं कि सब चीजें पहले की तरह हो जाएं।' ममता ने कहा कि यह समय राजनीति करने का नहीं है।
जमीनी हकीकत समझें, सहयोग करें: ममता बनर्जी
संयम रखने की अपील करते हुए उन्होंने कहा, 'हम एक समय में चार चुनौतियों का सामना कर रहे हैं- COVID-19, लॉकडाउन, प्रवासी मजदूरों से जुड़े मुद्दे और अब चक्रवाती आपदा। हर व्यक्ति को जमीनी हकीकत को समझना चाहिए और सहयोग करना चाहिए।' सरकार का कहना है कि पीने के पानी की व्यवस्था हमारी प्राथमिकता है। जहां जरूरत है वहां जेनरेटर लगाए जा रहे हैं।