
नारी डेस्क: महिलाओं में पेट दर्द एक आम समस्या है, लेकिन अक्सर इसे पीरियड्स, गैस, थकान या तनाव समझकर नजरअंदाज कर दिया जाता है। कई महिलाएं दर्द सहते हुए घर और ऑफिस की जिम्मेदारियां निभाती रहती हैं और पेनकिलर खाकर खुद ही दर्द दबा देती हैं। लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि बार-बार होने वाला या लगातार पेट दर्द किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है। क्लिनिकल प्रैक्टिस में पेट दर्द बहुत आम शिकायत है, लेकिन महिलाओं के मामले में इसे अक्सर गंभीरता से नहीं लिया जाता। यही लापरवाही आगे चलकर बड़ी समस्या बन सकती है।
महिलाएं पेट दर्द को क्यों अनदेखा करती हैं?
बचपन से दर्द सहने की आदत
यह मान लेना कि दर्द सिर्फ पीरियड्स की वजह से है। घर, परिवार और काम की जिम्मेदारियों में खुद की सेहत को पीछे रखना।

महिलाओं में पेट दर्द के 5 गंभीर कारण
पित्त की पथरी (Gallstones)
तैलीय खाना खाने के बाद पेट के दाईं तरफ तेज दर्द होना पित्त की पथरी का संकेत हो सकता है। महिलाएं इसे अक्सर गैस या एसिडिटी समझकर टाल देती हैं, जिससे बाद में सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है।
अपेंडिसाइटिस (Appendicitis)
इसका दर्द कई बार माहवारी के दर्द जैसा लगता है। समय पर इलाज न होने पर अपेंडिक्स फट सकता है, जो जानलेवा भी हो सकता है।

एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis)
यह एक स्त्री रोग है, लेकिन इसका दर्द पेट या पाचन से जुड़ी समस्या जैसा महसूस होता है। सही जांच न होने पर बीमारी बढ़ सकती है।
अंडाशय की सिस्ट (Ovarian Cyst)
पेट भारी लगना या हल्का पेल्विक दर्द भी सिस्ट का संकेत हो सकता है। बड़ी सिस्ट के मुड़ने पर तुरंत इलाज जरूरी होता है।

हर्निया (Hernia)
पेट या जांघ के पास उभार दिखे तो इसे मोटापा समझकर नजरअंदाज न करें। इलाज न होने पर यह गंभीर स्थिति पैदा कर सकता है।
समय पर जांच क्यों जरूरी है?
आज के समय में आधुनिक जांच और लैप्रोस्कोपिक तकनीकों से इन बीमारियों का इलाज आसान और कम दर्द वाला हो चुका है। इसलिए पेट दर्द हल्का हो या तेज, बार-बार हो रहा हो तो उसे नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
नोट: यह जानकारी सामान्य जागरूकता के लिए है। किसी भी तरह की परेशानी होने पर डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।