देश के सबसे अमीर इंसान मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी अपने शाही अंदाज के जिए जानी जाती है। उनके पास एक से बढ़कर एक बेहतरीन चीजें भी हैं, जिसमें देश की सबसे खूबसूरत साड़ियां भी शामिल हैं। वैसे तो नीता अंबानी को बनारसी परिधान बेहद पसंद है, लेकिन इस बार वे केरल की कसावु साड़ी पहने हुए नजर आई।
नीता मुकेश अंबानी ने सांस्कृतिक केंद्र (NMACC) में अपने एक कार्यक्रम के लिए, व्यवसायी और परोपकारी ने स्वदेश की सफ़ेद और सुनहरे रंग की कसावु साड़ी पहनी। इस साड़ी को केरल के प्रतिभाशाली कारीगरों ने 20 दिनों में तैयार किया है और इसमें टिशू पल्लू, मैरून मीनाकारी बूटा, शानदार 9 इंच का सुनहरा बॉर्डर और एक नरम चमक इस साड़ी की शान बढ़ा रही है।
कसावु साड़ियों का इतिहास
केरल की इस पारंपरिक साड़ी को आमतौर पर त्यौहारों, विशेष अवसरों और धार्मिक कार्यक्रमों में पहना जाता है। यह साड़ी अपने विशिष्ट सुनहरे या चांदी के बॉर्डर और सफेद या क्रीम रंग के कारण पहचानी जाती है। माना जाता है कि कसावु साड़ियों का इतिहास 2000 साल से भी अधिक पुराना है। बताया जाता है कि केरल के चेर वंश के समय में, इस साड़ी को उच्च वर्ग के लोग विशेष अवसरों पर पहनते थे। यह रॉयल्टी और समृद्धि का प्रतीक थी। समय के साथ, कसावु साड़ी में विभिन्न सांस्कृतिक और क्षेत्रीय प्रभाव जुड़े। इसके डिजाइन और निर्माण में विविधता आई, लेकिन इसकी पारंपरिक सुंदरता और शुद्धता बरकरार रही।
कसावु साड़ी की खासियत
इस साड़ी का मुख्य आकर्षण इसका कसावु बॉर्डर है, जो सोने या चांदी के धागों से बुना जाता है। यह बॉर्डर साड़ी को एक रॉयल और एलीगेंट लुक देता है।कसावु साड़ी का मूल रंग सफेद या क्रीम होता है, जो पवित्रता और शांति का प्रतीक है। पारंपरिक कसावु साड़ी में साधारण और क्लासिक डिजाइन होते हैं। हालांकि, आधुनिक संस्करणों में फ्लोरल, जियोमेट्रिक, और अन्य मोटिफ भी शामिल होते हैं। - आज के दौर में, कसावु साड़ी को आधुनिक फैशन के साथ भी जोड़कर पहना जाता है। विभिन्न डिजाइनर इस साड़ी को नए अंदाज में प्रस्तुत कर रहे हैं।