नारी डेस्क: एमक्योर फार्मास्यूटिकल्स ने क्रिकेट के दिग्गज एमएस धोनी के साथ स्ट्रोक की रोकथाम पर जन जागरूकता अभियान शुरू करने की घोषणा की है। इस पहल के तहत, एमक्योर और धोनी ने एक वीडियो के माध्यम से सभी से स्ट्रोक के लक्षणों के बारे में जागरूक होने और स्ट्रोक की पहचान के लिए कम से कम एक व्यक्ति को शिक्षित करने और इसके बारे में जागरूकता फैलाने का आग्रह किया है।
View this post on Instagram
A post shared by Emcure Pharmaceuticals (@emcurepharma)
भारत में तेजी से बढ़ रहे स्ट्रोक के मामले
भारत में किए गए महामारी विज्ञान अध्ययनों के अनुसार, हर साल 1.8 मिलियन से अधिक लोग स्ट्रोक से पीड़ित होते हैं, जो इसे मृत्यु और विकलांगता का प्रमुख कारण बनाता है। हर 40 सेकंड में लगभग एक स्ट्रोक का केस होता है वहीं हर 4 मिनट में स्ट्रोक से एक मौत हो रही है। इसलिए एमक्योर ने ब्रेन स्ट्रोक, इसके लक्षणों और समय पर हस्तक्षेप के महत्व को समझने के लिए जागरूकता बढ़ाने में मदद करने का बीड़ा उठाया है ताकि अनगिनत व्यक्तियों के जीवन को बचाया जा सके और उनके परिणामों को बेहतर बनाया जा सके।
स्ट्रोक की रोकथाम को लेकर वीडियो जारी
मैदान पर अपनी तीक्ष्ण प्रवृत्ति के लिए जाने जाने वाले, पूर्व और कई विश्व कप विजेता कप्तान, एमएस धोनी अब स्ट्रोक के महत्वपूर्ण संकेतों और इन लक्षणों और इसके इलाज से जुड़ी जानकारी राष्ट्र के साथ सांझा करेंगे। धोनी का यह वीडियो स्ट्रोक की रोकथाम के बारे में समुदायों को शिक्षित करने की प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाने की एक और पहल है। धोनी ने इस बात पर जोर दिया कि स्ट्रोक के संकेतों को पहचानना और आपातकालीन चिकित्सा सहायता को कॉल करके तुरंत कार्रवाई करने से किसी की जान बच सकती है। उन्हाेंने कहा कि- भारत में स्ट्रोक की बढ़ती घटनाओं के साथ, लोगों को जल्दी पहचान और हस्तक्षेप के महत्व के बारे में जागरूक करने के लिए तत्काल उपाय आवश्यक हैं।
स्ट्रोक के लक्षण
स्ट्रोक का त्वरित पहचानना और सही समय पर उपचार कराना जीवन बचाने में महत्वपूर्ण होता है। स्ट्रोक तब होता है जब मस्तिष्क में रक्त प्रवाह रुक जाता है, जिससे उस हिस्से में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। इसे तुरंत उपचार की जरूरत होती है। स्ट्रोक के लक्षण आमतौर पर अचानक से शुरू होते हैं और इनमें शामिल हो सकते हैं:
चेहरे का एक तरफ झुक जाना: चेहरे की मांसपेशियों में कमजोरी आना, जिससे मुस्कुराने में एक तरफ का चेहरा लटक सकता है।
हाथों और पैरों में कमजोरी: शरीर के एक तरफ हाथ या पैर का कमजोर हो जाना। इसे पहचानने के लिए दोनों हाथ उठाने को कहें, यदि एक हाथ गिर जाए, तो यह स्ट्रोक का लक्षण हो सकता है।
बोलने में कठिनाई: व्यक्ति का बोलना अस्पष्ट हो सकता है, शब्दों को सही ढंग से न बोल पाना या बातों को समझने में कठिनाई महसूस होना।
दृष्टि में समस्या: एक या दोनों आंखों से धुंधला दिखना या दिखाई देना बंद होना।
सिरदर्द: तेज और अचानक सिरदर्द, विशेषकर यदि इसके साथ चक्कर आना, उल्टी आना, या मानसिक भ्रम हो।
चलने में कठिनाई: चलने में असंतुलन, चक्कर आना, या समन्वय की कमी महसूस होना।
स्ट्रोक से बचाव के तरीके
स्ट्रोक से बचने के लिए जीवनशैली और स्वास्थ्य पर ध्यान देना आवश्यक है। निम्नलिखित तरीके स्ट्रोक से बचाव में सहायक हो सकते हैं। संतुलित आहार जैसे हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज, और मछली का सेवन करना चाहिए। सैचुरेटेड और ट्रांस फैट्स, तथा नमक के सेवन को सीमित रखें। नियमित व्यायाम, जैसे पैदल चलना, साइकिल चलाना, या योग, रक्तचाप को नियंत्रित करने और वजन कम रखने में मदद करता है। धूम्रपान स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ाता है और शराब का अधिक सेवन भी हानिकारक हो सकता है। च्च रक्तचाप स्ट्रोक का मुख्य कारण है। ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने के लिए नियमित जांच और डॉक्टर द्वारा निर्देशित दवाएं लें। मधुमेह होने पर ब्लड शुगर नियंत्रित रखना जरूरी है, क्योंकि शुगर बढ़ने से स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
आपातकालीन स्थिति में क्या करें
अगर किसी में स्ट्रोक के लक्षण दिखें, तो तुरंत "FAST" टेस्ट करें
F (Face Drooping): चेहरा एक तरफ झुका हुआ दिखे।
A (Arm Weakness): दोनों हाथ उठाने को कहें, एक हाथ गिरता हो।
S (Speech Difficulty): बात करने में कठिनाई हो।
T (Time to call emergency services): तुरंत मेडिकल सहायता लें, क्योंकि समय पर इलाज जीवन बचा सकता है।
स्ट्रोक से बचने के लिए नियमित हेल्थ चेकअप और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना महत्वपूर्ण है।