2003 की फिल्म, मुन्ना भाई एमबीबीएस में संजय दत्त कानों में ब्लूटूथ लगाकर एग्जाम में पास होते हैं। मगर, इंदौर के दो छात्रों ने उनसे इंस्पिरेशन लेकर चीटिंग करने की कोशिश की। दरअसल, महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज में अंतिम परीक्षा में दो छात्र नकल करते हुए पकड़े गए। ये छात्र तब नकल करते पकड़े गए जब देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) के एक उड़न दस्ते ने उनके परीक्षा केंद्र पर छापा मारा।
क्या है मामला?
एक चौंकाने वाली घटना में, दो मेडिकल छात्र संजय दत्त की 2003 की फिल्म, मुन्ना भाई एमबीबीएस से प्रेरित हुए और परीक्षा में नकल करने के लिए सूक्ष्म आकार के ब्लूटूथ डिवाइसों को शल्य चिकित्सा से अपने कानों में स्थापित किया।
सर्जरी से कान में लगवाए ब्लूटूथ
एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि मध्य प्रदेश के इंदौर में दो मेडिकल छात्रों को ब्लूटूथ की मदद से नकल करते हुए पकड़ा गया। उन्होंने इसे चतुराई से कानों में रखा और बनियान में बांध लिया था। उन्होंने कहा कि देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) के एक उड़न दस्ते ने सोमवार को दोनों को महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की आखिरी वर्ष की परीक्षा में शामिल होने के दौरान पकड़ा।
चतुराई से कर रहे थे चीटिंग
अधिकारी ने कहा, "छात्रों में से एक ने अपने बनियान में सिम के साथ एक छोटा उपकरण छिपाया था, जिसका इस्तेमाल मोबाइल फोन के रूप में किया जा रहा था। एक अन्य छात्र के पास एक सामान्य मोबाइल मिला, जिस पर परीक्षा के दौरान फोन कॉल किए जा रहे थे।" उन्होंने कहा कि दोनों ने कॉपी करने के लिए ब्लूटूथ से चलने वाले माइक्रोफोन अपने कानों में इस तरह से लगाए थे कि कोई उन्हें नोटिस नहीं कर पाएगा या उन्हें देख नहीं पाएगा।
मामले की हो रही जांच
डीएवीवी की कुलपति रेणु जैन ने कहा, "हमें लगता है कि इन माइक्रोफोनों को दोनों छात्रों के कानों में सर्जिकल फिल्टेड से लगाया गया था। दोनों छात्रों के खिलाफ मामले तैयार किए गए हैं। इस संबंध में डीएवीवी की एक समिति निर्णय लेगी।" एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ संजय दीक्षित ने कहा कि कॉलेज प्रबंधन ने सभी जानकारी डीएवीवी के साथ साझा की है, जो इस संबंध में उचित कार्रवाई करेगी।