मशहूर फैशन इन्फ्लुएंसर मासूम मीनावाला को आज कौन नहीं जानता। इस इंडियन फैशन ब्लॉगर ने कुछ ही समय में इंडस्ट्री में अपनी मजबूत इमेज बना ली है। हाल ही में एक प्यारे से बेटे की मां बनी मासूम अपने प्रेगनेंसी पीरियड के दौरान भी लोगों के साथ जुड़ी रही। इस दौरान उनका मैटर्निटी स्टाइल और प्रेगनेंसी लुक्स भी टॉप पर रहा साथ हीउन्होंने इस धारणा को भी बदल दिया कि मां बनने के बाद महिलाओं का करियर खत्म हो जाता है।
शुरुआत के 30 दिन रहे मुश्किलों भरे
ऐसा नहीं है कि प्रेगनेंसी के दौरान मासूम को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ा लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपने खाने- पीने से लेकर रहने- सहने का भी खूब ख्याल रखा। वह बताती हैं कि शुरुआत के 30 दिन उनके लिए मुश्किलों भरे रहे, पर जैसे-जैसे दिन बीतते गए वह फिर से अपनी दिनचर्या में लौट आई। इसके लिए समय पर खाने का ध्यान रखा, आराम करने का समय तय किया, संतुलित मूड बनाए रखा- इन्हीं सब चीजों ने उनकी प्रेग्नेंसी जर्नी को यादगार बना दिया।
स्किन का रखा खास ख्याल
मासूम मीनावाला ने अपनी स्किन को हमेशा खिला-खिला रखने के लिए महंगे प्रॉडक्ट्स की बजाय किचन में मौजूद साधारण सी चीजों पर विश्वाश किया। वह कहती हैं कि "मैंने इस बात का खास ख्याल रखा कि सोने से पहले मेरा चेहरा पूरी तरह से साफ हो, मैं घर का बना फेस मास्क ही लगाती थी"। दरअसल कैमिकल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल होने वाले बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए प्रेगनेंसी में हार्मफुल कैमिकल से बनी क्रीम, लोशन, शैम्पू, डीयो आदि का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दी जाती है।
गर्भावस्था में अपने शरीर का करें सम्मान
मासूम मीनावाला का मानना है कि गर्भावस्था जीवन का वह समय होता है जब आप अपने शरीर को पहले से कहीं अधिक महत्व देते हैं, उसका सम्मान करते हैं। इस समय महिलाओं को शारीरिक के साथ मानसिक तौर पर भी सेहतमंद रहना बहुत आवश्यक होता है। अपनी शारीरिक सेहत के साथ- साथ्र मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए मासूम ने योग का भी सहारा लिया। वह बताती हैं कि- "जब भी मुझे काम से कोई बुलावा आता था, तो मैं अपना काम शुरू कर देती थी। इन चीजों ने वास्तव में मुझे अपनी ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में मदद की और किसी भी दर्द और पीड़ा को कम किया जिसका मैं सामना कर रही थी,”।
मासूम मीनावाला ने अपने काम पर दिया ध्यान
मां बनने वाली महिलाओं को अकसर कई तरह की सलाह दी जाती है कि लेकिन फैशन इन्फ्लुएंसर ने इसी बात का ध्यान रखा कि गर्भावस्था के दौरान उनकी मानसिक स्थिति का उनके बच्चे पर गहरा प्रभाव ना पड़े। इस सब से बचने के लिए उन्होंने काम पर ध्यान दिया, परिवार वालों और दोस्तों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताया। मासूम का कहना है कि "डांस करना मुझे बेहद स्कून देता है, ऐसे में मैंने वो ही किया जो मुझे पसंद था"।
हर पल को किया एंजॉय
प्रेग्नेंसी के दौरान चिड़चिड़ापन, झुंझलाहट, वॉमिटिंग और थकान रहना सामान्य सी बात है। इस दौरान वजन बढ़ने के साथ-साथ महिला में आलस भी आ जाता है। ऐसे में मूड स्विंग यानी पल-पल में मूड बदलते रहते हैं। मासूम मीनावाला के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ, लेकिन उन्होंने हर छोटी- बड़ी चुनौतियों का सामना करके अपने प्रेगनेंसी पीरियड को खुल कर एंजॉय किया। यदि आप भी जल्द मां बनने जा रही हैं तो मासूम मीनावाला से सीख लेकर इस पल को यादगार बना सकती हैं।