देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल के आखिरी मन की बात से देशवासियों को संबोधित किया। इस कार्यक्रम के जरिए उन्होंने युवाओं, शिक्षकों, आम लोगों और समाज के कई लोगों को देशहित के काम में आगे आने के लिए कहा। इसके साथ ही पीएम मोदी ने साल के शुरूआत में आई चुनौतियों के बारे में बात भी की। हालांकि पीएम मोदी के इस कार्यकम का किसान थाली और ताली बजाकर विरोध करते दिखाई दिए।
कोरोना संकट को लेकर की चर्चा
पीएम मोदी ने सबसे पहले कोरोना वायरस संकट पर चर्चा की। उन्होंने कहा, 'कोरोना संकट के दौरान देश में कर्फ्यू लगाया गया जो पूरे विश्व के लिए एक प्रेरणा बना। देश के लोगों ने ताली और थाली बजाकर कोरोना वाॅरियर्स का सम्मान किया और एकजुटता दिखाई।' इस दौरान पीएम मोदी ने लोगों द्वारा लिखी गई कुछ चिट्ठियों का भी जिक्र किया।
पीएम मोदी ने किया युवा शक्ति को सलाम
पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में युवा शक्ति को सलाम किया। उन्होंने कर्नाटक के युवा ब्रिगेड की प्रेरणादायक कहानी सुनाई। पीएम मोदी ने बताया कि कैसे एक प्राचीन मंदिर की उन्होंने काया ही बदल दी। उन्होंने कहा कि जुनून और दृढ़निश्चय से हर लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि भारत के युवाओं को देखकर उन्हें आनंदित और आश्वस्त महसूस होता है। क्योंकि देश के युवाओं में ‘Can Do' की Approach और ‘Will Do' की Spirit है।
वोकल फॉर लोकल
वोकल फॉर लोकल की चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अब तो ग्राहकों में भी इंडिया मेड खिलौनों की मांग करनी बढ़ गई है। जो लोगों की सोच में आए बदलाव का एक सबूत है। पीएम ने कहा, 'हमें वोकल फॉर लोकल की भावना को बनाये रखना है, बचाए रखना है और बढ़ाते रहना है। जो ग्लोबल बेस्ट है वो हम भारत में बनाकर दिखाएंगे। जिसके लिए हमारे उद्यमी साथियों को आगे आना है।' पीएम मोदी ने संबोधित करते हुए कहा, 'ये उचित समय है ज़ीरो इफेक्ट, ज़ीरो डिफेक्ट के साथ काम करने के लिए।'