गीतकार इब्राहिम अश्क ने 70 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। रविवार को कोविड-19 संबंधी जटिलताओं और निमोनिया के कारण उनका निधन हो गया।अश्क को ‘‘कहो ना प्यार है’’ और ‘‘कोई... मिल गया’’ जैसी फिल्मों के लिए गाने लिखने के लिए जाना जाता है।
बेटी ने दी निधन की जानकारी
अश्क की बेटी मुस्सफा ने बताया कि सांस फूलने की शिकायत के बाद उनके पिता को शहर के मेडिटेक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके पिता के कोविड-19 निमोनिया से ग्रस्त होने का पता चला था, जिससे उनके फेफड़े प्रभावित हुए। मुस्सफा ने बताया कि- बहुत बीमार होने के बाद उन्हें शनिवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
आज होगा अंतिम संस्कार
उन्हें कोविड निमोनिया था, जिसके बारे में डॉक्टरों ने हमें बताया कि उनके फेफड़े प्रभावित थे और उन्हें सांस लेने में कठिनाई हो रही थी। मुस्सफा ने बताया कि रविवार शाम को उनके पिता ने दुनिया को अलविदा कह दिया, आज सुबह उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। मध्य प्रदेश में जन्मे अश्क ने 1974 में इंदौर विश्वविद्यालय से हिंदी साहित्य में स्नातकोत्तर किया था। वह उर्दू भाषा के कवि थे। उन्होंने बाद में एक पत्रकार के रूप में भी काम किया।
लिखे कई हिट गाने
एक गीतकार के रूप में बॉलीवुड में उनके लोकप्रिय काम में ‘‘कहो ना प्यार है’’, ‘‘ना तुम जानो ना हम’’, ‘‘कोई मिल गया’’, ‘‘इधर चला में उधर चला’’ और ‘‘आप मुझे अच्छे लगने लगे’’ जैसे हिट गीत शामिल हैं। उनके परिवार में पत्नी, मुस्सफा के अलावा दो बेटियां हैं।