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नशे की आदी हो रही हैं महिलाएं, तनाव और दबाव के कारण ले रही शराब का सहारा !

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 19 Jul, 2024 02:45 PM
नशे की आदी हो रही हैं महिलाएं, तनाव और दबाव के कारण ले रही शराब का सहारा !

महिलाओं में शराब का सेवन और दुरुपयोग तेजी से बढ़ रहा है जो बेहद चिंता का विषय है। शराब के सेवन में वृद्धि एक जटिल मुद्दा है, जिसमें कई सामाजिक, आर्थिक, और व्यक्तिगत कारक शामिल हैं।महिलाओं में शराब के सेवन में वृद्धि के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन इसका समाधान जागरूकता, समर्थन, और स्वस्थ जीवनशैली के माध्यम से किया जा सकता है। चलिए जानते हैं कैसे 

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 महिलाओं में शराब सेवन के कारण

समाज में बदलते रुझान और महिलाओं की स्वतंत्रता में वृद्धि के साथ, शराब का सेवन एक सामान्य सामाजिक गतिविधि बनता जा रहा है। पश्चिमी जीवन शैली और ग्लोबलाइजेशन का प्रभाव भी इसके कारणों में शामिल है। वहीं कामकाजी महिलाओं के जीवन में बढ़ते तनाव और दबाव के कारण कुछ महिलाएं शराब का सेवन आराम और तनावमुक्ति के लिए करती हैं। मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं, जैसे अवसाद और चिंता, भी शराब सेवन के कारण हो सकती हैं।

भारत में महिलाओं के शराब सेवन के आंकड़े

कई बार मित्रों और सहकर्मियों के दबाव में आकर महिलाएं शराब का सेवन शुरू कर सकती हैं। पार्टियों और सामाजिक आयोजनों में शराब का सेवन एक सामान्य प्रथा बन गई है। भारत में महिलाओं के शराब सेवन के आंकड़े विभिन्न स्रोतों के अनुसार भिन्न हो सकते हैं, लेकिन यह स्पष्ट है कि पिछले कुछ वर्षों में महिलाओं में शराब का सेवन बढ़ा है। 2019 में, एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में लगभग 2.9% महिलाएं शराब का सेवन करती हैं, जो कि पुरुषों (29.2%) की तुलना में काफी कम है, लेकिन इसमें लगातार वृद्धि हो रही है ।

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शराब सेवन के स्वास्थ्य पर प्रभाव

-महिलाओं में शराब का सेवन लिवर सिरोसिस और लिवर कैंसर का जोखिम बढ़ा सकता है।
- लंबे समय तक शराब का सेवन दिल की बीमारियों का कारण बन सकता है।
-महिलाओं में स्तन कैंसर और अन्य प्रकार के कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है।
- शराब का सेवन मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ा सकता है।
- शराब की लत एक गंभीर मानसिक स्वास्थ्य समस्या बन सकती है।

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शराब की आदत को सुधारने के उपाय

 महिलाओं को शराब के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूक करना आवश्यक है। स्कूलों और कार्यस्थलों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा सकते हैं। इसके अलावाप्रोफेशनल काउंसलिंग और थेरेपी की मदद से शराब की आदत को छोड़ा जा सकता है।

लाइफ स्टाइल में करें बदलाव

शराब के बजाय स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं, जैसे व्यायाम, योग, और ध्यान।   स्वस्थ आदतों को बढ़ावा दें, जैसे अच्छी नींद, पोषक आहार, और हाइड्रेशन। अल्कोहलिक्स एनोनिमस (AA) जैसे समूहों में शामिल होना लाभकारी हो सकता है, जहां समान अनुभव वाले लोग मिलते हैं और एक-दूसरे का समर्थन करते हैं।
 

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