वास्तुशास्त्र में दिशाओं का विशेष महत्व माना जाता है। हर चीज सही दिशा में होने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। जीवन की चल रही सभी परेशानियां दूर हो घर का माहौल खुशियों से भर जाता है। ऐसे में ही बात अगर घर पर बने बगीचा की करें तो इसे भी वास्तु के मुताबिक न होने से कई जगह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में अगर आप वास्तु पर विश्वास करते हैं तो चलिए आज हम आपको गार्डन से जुड़े वास्तु के बारे में बताते हैं...
इस दिशा में बनाएं बगीचा
वास्तु के अनुसार, घर पर बगीचा बनाने के लिए उत्तर या पश्चिम दिशाएं उत्तम मानी जाती है। इससे घर में सुख- समृद्धि व शांति भरा माहौल बनने के साथ परिवार के सदस्यों की सेहत बरकरार रहती है। देवी लक्ष्मी की कृपा होने के साथ जीवन के हर मोड़ पर सफलता मिलती है।
पौधे लगाने की सही दिशाएं
- घर के आंगन या बगीचे में तुलसी का पौधा लगाना बेहद शुभ होता है। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होने के साथ मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। तुलसी के पौधे को लगाने के लिए उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा सबसे उत्तम मानी जाती है।
- छोटे व फूलों वाले पौधों के हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा में लगाएं। इससे चारों तरफ सकारात्मक ऊर्जा का फैलने से घर का माहौल खुशनुमा होता है।
- फलदार पौधों को हमेशा पूर्व दिशा में ही लगाएं। इससे घर में बरकत बनी रहेगी।
- अगर आप अपने बगीचे में फाउंटेन बनाने की सोच रहे हैं तो इसे बनवाने के लिए दक्षिणी और पश्चिमी दिशा को चुनें।
- बगीचे की खूबसूरती बढ़ाने के लिए आप उत्तर या पूर्व दिशा में सुंदर सा झूला भी रख सकते हैं।
- अगर आपका बगीचा बड़ा है तो आप यहां पर ऊंचे व घने जैसे कि नारियल, केले आदि शुभ माने जाने वाले पेड़ लगा सकते हैं। इन्हें लगाने के लिए दक्षिण या पश्चिम दिशा सबसे शुभ मानी जाती है। साथ ही यहां पर इन्हें सूर्य की रोशनी सही मात्रा में मिल सके।
इन चीजों का भी रखें ध्यान
- घर या बगीचे में कभी भी कांटेदार, बरगद और पीपल के पेड़ नहीं लगाने चाहिए। इससे रिश्तों में खटास आने के साथ परिवारिक झगड़ों का माहौल बनता है।
- बगीचे के ठीक बीच और घर के मेन गेट के सामने कोई भी पेड़ या पौधा लगाने की गलती न करें। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ने के साथ घर में कलह- कलेश की संभावना बढ़ती है।