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"फिल्म में सिखों की छवि कर रहे खराब..." कंगना की Emergency पर फिर मंडराया खतरा, पंजाब में शुरू हुआ विरोध

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 22 Aug, 2024 08:32 AM

 कंगना रनौत और विवाद इनका तो पुराना नाता है। जहां एक तरफ बॉलीवुड एक्ट्रेस अपनी  नई फिल्म 'इमरजेंसी' के प्रमोशन में लगी हुई है वहीं दूसरी और पंजाब में इस फिल्म का जमकर विरोध हो रहा है। सिखों की सर्वोच्च संस्था अकाल तख्त और शिरोमणि गुरद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने फिल्म ‘इमरजेंसी' पर तत्काल रोक लगाने की मांग करते हुए दावा किया है कि इसमें सिखों का ‘चरित्र हनन' करने की कोशिश की गई है। 

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शिरोमणि अकाली दल की वरिष्ठ नेता एवं सांसद हरसिमरत कौर बादल ने मांग की कि फिल्म ‘इमरजेंसी' के ऐसे सभी द्दश्यों को तत्काल हटाया जाना चाहिए, जिनमें सिखों को गलत तरीके से दिखाया गया है और जिनसे समुदाय की भावनाओं को आहत करने और समाज में अशांति पैदा होने की आशंका है। उन्होंने कहा कि अगर भारत को आजादी दिलाने वाले और देश में अनाज का भंडार भरने वाले बहादुर और देशभक्त सिख समुदाय को बदनाम करने का कोई प्रयास किया जा रहा है, तो यह नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि ऐसा दुष्प्रचार करने में केंद्र सरकार का हाथ है। 

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हरसिमरत कौर ने आगे कहा- अभिनेत्री और मंडी सीट से सांसद कंगना रनौत, जिन्होंने फिल्म में इंदिरा गांधी की भूमिका निभाई है, ने पहले भी किसान आंदोलन में भाग लेने वाली हमारी माताओं के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की थी, और ऐसी टिप्पणियां समाज में नफरत पैदा करती हैं, और इससे बचा जाना चाहिये। सांसद हरसिमरत कौर ने यह भी कहा कि चूंकि फिल्म इमरजेंसी में कई सिख पात्रों को दिखाया गया है, इसीलिये यह उचित होता कि निर्माता शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को फिल्म दिखाते और सिख समुदाय को इसमें शामिल किया होता। उन्होंने कहा कि इतिहास को विकृत करने या सिख समुदाय को गलत तरीके से चित्रित करने का कोई प्रयास नहीं किया जाना चाहिये, जो सिख समुदाय की छवि खराब करता है। 

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वहीं एसजीपीसी के प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने फिल्म की लेखिका, निर्देशक, निर्माता और शीर्ष अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने की भी मांग की। अभिनेत्री एवं सांसद कंगना रनौत अभिनीत ‘इमरजेंसी' अगले माह सिनेमाघरों में रिलीज होगी। फिल्म की रिलीज इससे पहले कई बार टल चुकी है। पहले इसका प्रदर्शन 24 नवंबर 2023 को किया जाना था। फिल्म के रिलीज पर कड़ी आपत्ति जताते हुए अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि फिल्म के जारी हुए अंशों से साफ है कि इसमें जानबूझकर सिखों की छवि गलत तरह से अलगाववादियों की दिखाई गई है जो एक गहरी साजिश का हिस्सा है।
 

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