इन दिनों हर तरफ बार्बी फिल्म का क्रेज देखने को मिल रहा है। इंडिया में बड़े-बड़े स्टार्स रंग-बिरंगी दुनिया में खोए नजर आ रहे हैं। यही कारण है कि फिल्म की भारत में खूब कमाई हो रही है, लेकिन टीवी एक्ट्रेस जूही परमार की उम्मीदों पर तब पानी फिर गया जब वह अपनी बेटी को फिल्म दिखाने लेकर गई। वह 10 मिनट के अंदर ही थियेटर से निकल गए।
टीवी सीरियल 'कुमकुम' की फेमस एक्ट्रेस जूही परमार ने एक लंबा- चौड़ा नोट शेयर कर अपना एक्सपियरेंस बताया है। साथ ही उन्होंने यह भी सलाह दी है कि पैरेंट्स अपने बच्चों को यह फिल्म दिखाने ना जाएं। उन्होंने बताया कि ये फिल्म 13 साल से कम के बच्चों के लिए सही नहीं है। ऐसे में वह अपनी गलती सुधारते हुए 10-15 मिनट के बाद ही फिल्म छोड़कर बाहर निकल गई।
जूही ने अपने पोस्ट में लिखा- डियर बार्बी, मैं अपनी गलती के स्वीकार करने से शुरुआत कर रही हूं। मैं अपनी 10 साल की बेटी समायरा को लेकर तुम्हारी फिल्म दिखाने चली गई, बिना ये रिसर्च किए कि ये एक PG-13 मूवी (यानि 13 साल की उम्र से छोटे बच्चों के लिए कुछ सीन आपत्तिजनक हो सकते हैं और उनके लिए सही नहीं) है। 10 मिनट तक फिल्म में आपत्तिजनक लैंग्वेज और सैक्सुअल रिमार्क्स थे... आखिरकार मैं परेशान होकर हॉल से बाहर निकल आई, ये सोचते हुए कि मैंने अपनी बच्ची को क्या दिखा दिया?
वह आगे लिखती हैं- मेरी कब से तुम्हारी इस फिल्म को देखने का इंतजार कर रही थी। मैं हैरान थी, निराश थी और मेरा दिल टूट गया कि मैंने आखिर अपनी बेटी को क्या दिखा दिया। 'मैं पहली थी जो 10/15 बाद ही फिल्म छोड़कर बीच में वहां से निकल भागी। बाद में देखा कुछ और पैरेंट्स भी बाहर निकल रहे थे जिनके बच्चे रो रहे थे और कुछ ने बैठकर पूरी फिल्म देखी।' जूही का कहना है कि 'बार्बी' की फिल्म में लैंग्वेज और कॉन्टेंट दोनों भी 13 साल से बड़े बच्चे के लिए भी सही नहीं है।
आपत्तिजनक कॉन्टेंट से इस तरह रखें बच्चों को दूर
-तय करें कि आपका बच्चा अपने Android या ChromeOS वाले डिवाइस को कितनी देर इस्तेमाल कर सकता है।
-यह सेट करें कि कि कॉन्टेंट रेटिंग के हिसाब से आपके बच्चे को किस तरह का कॉन्टेंट दिखे।
-YouTube और YouTube Kids के साथ-साथ YouTube के दूसरे प्लैटफ़ॉर्म के लिए कॉन्टेंट, ऐक्सेस, और अन्य सेटिंग बदलें।
-सेफ़ सर्च, Chrome पर वेबसाइट पाबंदियां, और Play Store के फ़िल्टर जैसी सेटिंग की मदद से, आपत्तिजनक कॉन्टेंट का ऐक्सेस सीमित किया जा सकता है।
-बच्चे को समझाएं कि उसके लिए क्या देखना सही हैऔर क्या गलत।