
नारी डेस्क: हमारे शरीर के किसी भी अंग का फड़कना रोजमर्रा की एक आम बात है। कभी आंख फड़कती है तो कभी हाथ या पैर। लेकिन कई बार यह फड़कना केवल एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया नहीं होती, बल्कि इसके पीछे कुछ अलगी मान्यताएं और शगुन-अपशगुन भी जुड़े होते हैं। समुद्र शास्त्र के अनुसार शरीर के अलग-अलग अंगों के फड़कने का अलग-अलग मतलब होता है। खासतौर पर दाईं आंख का फड़कना जो पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग संकेत देता है।
महिलाओं की दाईं आंख फड़कने का मतलब क्या होता है?
अगर किसी महिला की दाईं आंख फड़कती है तो इसे अशुभ संकेत माना जाता है। यह माना जाता है कि आने वाले समय में उस महिला को किसी परेशानी या तनावपूर्ण स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।
क्या हो सकता है असर?
किसी के साथ विवाद या झगड़ा हो सकता है। घरेलू या ऑफिस की टेंशन बढ़ सकती है। मानसिक तनाव और नेगेटिव सोच हावी हो सकती है। किसी काम में रुकावट आ सकती है या अधूरा रह सकता है। यह संकेत देता है कि आपको सावधान रहने की जरूरत है। कुछ लोग इसे बुरी नजर या आने वाली नकारात्मक ऊर्जा के संकेत के रूप में भी देखते हैं।

पुरुषों की दाईं आंख फड़कने का क्या मतलब है?
पुरुषों के लिए दाईं आंख का फड़कना बिलकुल उल्टा असर दिखाता है। इसे एक शुभ संकेत माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि जब किसी पुरुष की दाईं आंख फड़के, तो वह किसी अच्छी खबर या सफलता के बहुत पास होता है।
किस बात का होता है संकेत?
आपका रुका हुआ काम पूरा हो सकता है। नौकरी में प्रमोशन या किसी बड़े अवसर का योग बन सकता है। धन लाभ की संभावना होती है। किसी प्रभावशाली व्यक्ति से मुलाकात हो सकती है। सामाजिक या सरकारी मान्यता मिल सकती है। यह संकेत देता है कि आगे का समय सकारात्मक और फलदायक रहेगा। इसलिए अगर किसी पुरुष की दाईं आंख फड़के, तो इसे शगुन समझा जाता है और आगे अच्छे समय की आशा की जाती है।

हालांकि यह सब बातें मान्यताओं और शगुन-अपशगुन पर आधारित हैं, जिनका वैज्ञानिक आधार नहीं है, लेकिन हमारे समाज में इनका बड़ा महत्व है। अगर आपकी दाईं आंख फड़के, तो आप खुद को और अपने आसपास की स्थिति को समझने की कोशिश कर सकते हैं।