सोशल मीडिया पर इन दिनों पुलिस की नौकरी पर तैनात लेडी सिंघम सुनीता यादव काफी सुर्खियों में बनी हुई है। जिसका कारण उनका गुजरात के एक मंत्री के बेटे को मास्क ना पहनने और लॉकडाउन का नियम तोड़ने का उल्लंघन करने पर खरी-खोटी सुनना है।
कर्फ्यू का उल्लंघन करने और बिना मास्क पहने घूमने के चक्कर में लेडी सिंघम सुनीता ने उसे जमकर डांट लगाई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। यही नहीं, देश की जनता भी सुनीता को सपोर्ट कर रही है। कई लोग उन्हें सम्मानित करने के लिए भी कह रहे हैं लेकिन कही ना कहीं सुनीता यादव इन दिनों मैंटल प्रेशर में भी हैं जिसकी जानकारी उन्होंने खुद लाइव होकर दी और कहा कि अभी तक जो बात लोगों के सामने आई हैं वो सिर्फ 10 प्रतिशत हैं और वह जल्द ही पूरी वीडियो मीडिया के सामने रखेंगी वहीं उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें रोजाना धमकी भरे फोन आ रहे हैं।
चलिए आपको पूरा मामला बताते हैं और सुनीता यादव कौन हैं उसके बारे में सारी जानकारी देते हैं।
मंत्री के बेटे ने दी वर्दी उतरवाने की धमकी
वायरल वीडियो में जब सुनीता मंत्री के बेटे को नियम तोड़ने पर फटकार लगाती हैं तो वो उनको ट्रांसफर और वर्दी उतरवाने की धमकी देते है। यही नहीं, सुनीता ने बताया कि उन्हें फोन पर भी धमकियां दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि आप वायरस हो रही वीडियो का सिर्फ 10% हिस्सा ही देख रहे हैं, पूरी फिल्म अभी बाकी है। बता दें कि इसके बाद उन्होंने लड़के के पिता से भी फोन पर बात की थी, जिसपर उन्होंने सुनीता को एक्शन लेने के लिए कहा।
कौन है सुनीता यादव?
राजस्थान के सीकर जिले रानोली की रहने वाली सुनीता ने एक लाइव वीडियो शेयर कर सुनीता ने बताया कि वह कॉन्स्टेबल नहीं बल्कि LR हैं। वह पुलिस डिपार्टमेंट में सिर्फ 3 साल से काम कर रही हैं। पुलिस डिपार्टमेंट में 5 साल काम करने के बाद ही कॉन्स्टेबल का रैंक दिया जाता है।
आईपीएस बनाना चाहती हैं सुनीता
इस घटना के बाद सुनीता ने पुलिस कमिश्नर राजेंद्र ब्रह्मभट्ट से मुलाकात कर नौकरी से इस्तीफा दे दिया। दरअशल, वह आईपीएस ऑफिसर बनना चाहती हैं इसलिए उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है।
सुनीता पर उठे नैतिकता के सवाल
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक तस्वीर भी वायरस हुई थी, जिसमें सुनीता अपने पिता के साथ खड़ी थी। वहीं उनके पीछे खड़ी गाड़ी पर पुलिस की नेम प्लेट लगी हुई थी लेकिन गाड़ी उनके पिता की थी। इस पर कई लोगों ने उनसे सवाल किए कि " उनके पिता की कार पर पुलिस का नेम प्लेट क्यों लगा है। अब नैतिकता और नियम कहां गए।" हालांकि सुनीता ने इस बात का खंडन करते हुए ट्वीट को फर्जी बताया।
सोशल मीडिया पर बने फेक अकाउंट्स
उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर उनके नाम से फेक अकाउंट्स बनाए जा रहे हैं लेकिन उनसे उनका कोई लेना देना नहीं है। लाइव वीडियो के दौरान सुनीता ने कहा, कुछ लोगों मुझे बोल रहे हैं कि यह सब फेमस होने के लिए किया लेकिन मैं फेमस नहीं होना चाहती। अगर ऐसा तो मैं अपने भाई से कॉन्टेक्ट करती , जो एक एक्टर हैं।
सुनीता ने किया चौंकाने वाला खुलासा
एक लाइव वीडियो के दौरान सुनीता ने कहा कि अगर उस वक्त मेरे साथ मेरी साथी मित्र ना होता तो मेरे साथ भी निर्भया कांड -2 हो जाता और आप कैंडल लेकर मेरे लिए इंसाफ मांग रहे होते। IPS ऑफिसर बनने के बाद मैं उन लोगों को बताना चाहती हूं कि पॉवर क्या होती है जो इसकी बात करते हैं।
खैर, सच चाहे जो भी हो लेकिन जिस तरह सुनीता ने नियमों का उल्लंघन करने वालों को जिस तरह सबक सिखाया है, वो वाकई काबिले तारीफ है।