जब शरीर के किसी हिस्से पर चोट लगती है तो खून रिसने लगता या आसपास की कोशिकाओं में फैलने लगते है। कोशिकाओं में फैलने के कारण उस जगह पर नील पड़ जाता है। मगर यह निशान जाने में थोड़ा समय लेते है। अगर नील वाली जगह पर दर्द या सूजन पड़ रही हो तो आप घरेलू नुस्खों से इसका इलाज कर सकते है। मगर आपको नील पड़ने की वजह पता होनी चाहिए। जी हां, सिर्फ चोट ही नहीं नील पड़ने के अन्य कई कारण हो सकते है।
त्वचा पर नील पड़ने के कारण
अंदरूनी चोट लगना
हीमोफीलिया
दवाइयां और सप्लीमेंट
पोषक तत्वों की कमी
विटामिन की कमी
ब्लिडिंग डिसऑर्डर
डायबिटीज की समस्या
त्वचा पर क्यों पड़ते हैं नील ?
नील तब पड़ते हैं जब त्वचा के आस-पास मौजूद रक्त वाहिकाएं फट जाती हैं। जिससे त्वचा के नीचे उत्तकों में खून का रिसाव होना शुरू हो जाता है। ज्यादातर नील पड़ने का कारण त्वचा का किसी चीज से टकरा जाना है लेकिन इसके अलावा भी इसके कई कारण हो सकते हैं।
हैवी एक्सरसाइज करना
जो लोग हैवी एक्सरसाइज करते हैं उनकी त्वचा पर भी नील पड़ जाते हैं क्योंकि इससे रक्त वाहिकाओं को में छोटे-छोटे कट पड़ जाते हैं। जिससे त्वचा के अंदर जमा खून नील की तरह दिखाई देने लगता है।
बूढ़ी त्वचा पर पड़ते हैं नील
नील पड़ने के एक कारण बढ़ती उम्र भी है। बूढ़ें लोगों की स्किन बहुत पतली हो जाती है जिससे रक्त वाहिकाओं को सहारा देने वाले ऊत्तक नाजुक होने लगते हैं और नील पड़ने शुरू हो जाते हैं।
विटामिन सी की कमी
जिन लोगों के शरीर में विटामिन सी की कमी होती हैं, उनकी त्वचा पर भी नील बहुत जल्दी पड़ जाते हैं।
आयरन की कमी से भी पड़ते हैं नील
जिन लोगों के शरीर में खून की कमी होती है उनकी त्वचा पर नील के निशान पड़ना आम बात है। इसके अलावा लिवर रोग, ल्यूकेमिया आदि रोग भी इसकी वजह है। इसके अलावा खून को पतला करने वाली दवाएं, कैंसर में दी जाने वाली दवाएं,एंटी इंफ्लेमेट्री दवाओं का बहुत ज्यादा सेवन करने से भी त्वचा पर नील पड़ने शुरू हो जाते हैं।
नील पड़ने पर आजमाएं घरेलू टिप्स
वैसे तो ये नील खुद-ब-खुद ठीक हो जाता है लेकिन दर्द से परेशान हैं तो हम आपको कुछ घरेलू नुस्खे बताएंगे जो आपको दर्द से राहत दिलाने में मदद करेंगे।
हॉट कम्प्रेशन
त्वचा पर नील के निशान व दर्द को दूर करने के लिए यह तरीका बेस्ट है। हॉट कम्प्रेशन से रक्त संचार बेहतर तरीके से होता है जिससे सूजन व दर्द कम होता है। आप हीटिंग पैड की मदद से हॉट कम्प्रेशन इस्तेमाल कर सकते है।
एलोवेरा
इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेट्री त्वचा पर नील की समस्या कम करने में मदद करते है। इसके अलावा एलोवेरा में सूदिंग गुण होते है जो दर्द व सूजन को कम करने में मदद करते है।
कच्चा आलू
कच्चे आलू को अच्छे से पीस कर उस स्थान पर लगाए, जहां नील पड़ा है। जब तक नील गायब न हो जाए, तब तक ऐसा करते रहे। इससे भी काफी फायदा मिलेगा।
अनानास
अनानास में मौजूद एंजाइम्स घांवो को तेजी से भरने में मदद करता है। अनानास के जूस का सेवन करने से त्वचा पर नील, सूजन व दर्द की समस्या कम होती है।
विटामिन-सी जैल
विटामिन-सी जैल में एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं जो स्किन पर मौजूद नील के निशान को कम करने में मदद करते है। इस जैल को लगाने से नील का निशान जल्दी से गायब हो जाता है।
बर्फ की सिंकाई
बर्फ को तौलिए में लपेटकर नील पर रखें और 15 मिनट तक छोड़ दें। इस प्रक्रिया को हर घंटे करें। बर्फ से सिंकाई करने से सूजन तो कम होगी साथ ही नील भी गायब हो जाएंगा।