
नारी डेस्क : आज की तेज़-तर्रार जिंदगी में अक्सर लोग गुस्सा और तनाव का शिकार हो जाते हैं। ऐसे समय में सही रत्न पहनने से मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। ज्योतिष में मोती को गुस्से और असंतुलन को कम करने वाला रत्न माना गया है।
मोती और चंद्र ग्रह का संबंध
मोती रत्न चंद्र ग्रह से जुड़ा है। यदि किसी की कुंडली में चंद्रमा मजबूत है, तो व्यक्ति शांत, संतुलित और सहज रहता है। वहीं कमजोर चंद्रमा वाले लोगों में गुस्सा, तनाव और असंतुलन अधिक होता है। मोती पहनने से भावनाओं में स्थिरता आती है और मानसिक संतुलन बढ़ता है।

मोती पहनने के लाभ
गुस्से और तनाव को कम करता है।
मन में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है, नकारात्मक विचार कम होते हैं।
नींद की गुणवत्ता में सुधार आता है।
निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि होती है।
छोटी-छोटी बातों पर भड़कने वाले लोगों के लिए यह बेहद लाभकारी है।
मोती पहनने का सही समय
ज्योतिष अनुसार सोमवार मोती और चंद्रदेव के लिए शुभ माना गया है। पहनने से पहले मोती को शुद्ध करना आवश्यक है। आमतौर पर इसे गंगाजल, दूध और शहद के मिश्रण में शुद्ध किया जाता है और पूजा करके धारण किया जाता है।

मोती किस धातु में पहनें
मोती को चांदी में जड़वाना सबसे अच्छा माना गया है। चांदी पहनने से मानसिक शांति मिलती है और चंद्र ग्रह की ऊर्जा और भी मजबूत होती है। चांदी में जड़ा मोती पहनने पर इसका सकारात्मक असर जल्दी महसूस होता है।
कौन सी राशि किस उंगली में पहनें
ज्योतिष अनुसार कर्क, मीन, वृश्चिक और मेष राशि वाले लोग मोती को छोटी उंगली में पहनें। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है जिनकी कुंडली में चंद्रमा कमजोर है या जो मानसिक तनाव और चिड़चिड़ापन महसूस करते हैं।
ध्यान रखें : हर रत्न की ऊर्जा प्रभावशाली होती है। इसलिए मोती पहनने से पहले किसी अनुभवी ज्योतिषी से अपनी कुंडली जरूर दिखाएं।