गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। हार्मोन बदलने के कारण शरीर में कई तरह की गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है। यदि आपके परिवार में कोई थायराइड का मरीज है तो प्रेग्नेंसी के दौरान आपको अपना खासतौर पर ध्यान रखना चाहिए। थायराइड की समस्या कई बार अनुवांशिक कारणों से अगली पीढ़ी में भी हो सकती है। ऐसे में प्रेग्नेंट महिलाओं को इस बीमारी से बचने के लिए अपने लाइफस्टाल और डाइट का खास ध्यान रखना चाहिए। शारीरिक रुप से एक्टिव रहने के लिए आप कुछ ऐसे फूड्स अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं जो आपका थायराइड कंट्रोल करने में मदद करें। आज आपको ऐसे फूड्स बताएंगे जो थायराइड कंट्रोल करने में मदद करेंगे। आइए जानते हैं...
क्यों बढ़ता है प्रेग्नेंसी में थायराइड?
थायराइड जैसी खतरनाक बीमारी को कंट्रोल रखने के लिए डाइट और लाइफस्टाइल का ध्यान रखना जरुरी है। गर्भावस्था में थायराइड का हार्मोन बढ़ने की संभावना ज्यादा होता है क्योंकि इस दौरान खाने-पीने में गड़बड़ी होने के कारण यह समस्या हो सकती है। यह बीमारी पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा होता है। इसके बढ़ने या घटने के कारण शरीर में और भी कई तरह की गंभीर परेशानियों का सामना आपको करना पड़ सकता है।
आयोडीन युक्त फूड्स
प्रेग्नेंसी में थायराइड जैसी खतरनाक बीमारी को कंट्रोल करने के लिए आप टमाटर, प्याज और लहसुन से बने आयोडीन फूड्स अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
सेंधा नमक
इसके अलावा खाने में आप सफेद नमक की जगह सेंधा नमक ही खाएं।
विटामिन-ए भरपूर फूड्स
थायराइड से बचने के लिए आप विटामिन-ए से भरपूर सब्जियां गर्भावस्था के दौरान अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। गाजर, पीली और नारंगी सब्जियां, पालक स्वीट, पोटेटो को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
साबुत अनाज और गेंहू
प्रेग्नेंसी में थायराइड कंट्रोल करने के लिए आप ओट्स, साबुत अनाज और गेंहू को भी अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं।
कितना होना चाहिए प्रेग्नेंसी में थायराइड?
एक्सपर्ट्स की मानें तो गर्भावस्था के पहले तीन महीने के दौरान शरीर में थायराइड के लेवल का स्तर 0.1 से 2.5 एमएमल तक होना चाहिए। इससे कम या फिर ज्यादा थायराइड शरीर में कई गंभीर परेशानियों का कारण बन सकते हैं। इसके अलावा गर्भावस्था में थायराइड बढ़ने के कारण शिशु को भी कई सारे गंभीर परेशानियां हो सकती है।