तेज गंध वाले खाद्य पदार्थ जैसे लहसुन या प्याज खाने पर मुंह से बदबू आना आम है। मगर, ब्रश और फ्लॉसिंग करने के बाद भी मुंह की बदबू ना जाए तो यह ध्यान देने वाली बात है। मुंह, दांत, मसूड़े, गले या पाचन तंत्र में होने वाली समस्याओं के कारण मुंह से बदबू आ सकती है। ऐसे में अगर आपको भी मुंह से आने वाली बदबू शर्मिंदा करती है तो परेशान ना हो। यहां हम आपको मुंह की बदबू के कारण और इलाज बताएंगे, जिससे आप अपनी इस समस्या का समाधान कर सकते हैं।
क्यों आती है मुंह से बदबू
हम जो खाना खाते हैं वो मुंह में टूटने लगता है। यह रक्तप्रवाह में अवशोषित होकर फेफड़ों में चला जाता है, जिससे सांस प्रभावित होती है। इसके अलावा कुछ फूड्स जैसे पनीर, पास्टरमी, कुछ मसाले, संतरे का रस या सोडा, शराब भी बदबू का कारण बन सकते हैं।
1. माउथ ड्राईनेस दुर्गंध के प्रमुख कारणों में से एक है। दरअसल, बैक्टीरिया को दूर करने और ताजा सांस बनाए रखने में लार महत्वपूर्ण है लेकिन जब किसी कारण से यह नहीं बन पाती तो मुंह में बैक्टीरिया की संख्या बढ़ जाता है। इसके कारण सांसों से बदबू आने लगती है।
2. पाचन संबंधी समस्याएं जैसे एसिड रिफ्लक्स, खराब पाचन, आंत्र विकार, कब्ज, मुंह से सल्फर गैसों का बढ़ना भी सांसों की बदबू का कारण बन सकती हैं।
3. शराब-सिगरेट में बहुत सारे विषाक्त पदार्थ और रसायन होते हैं, जो सांसों में दुर्गंध को बढ़ाते हैं।
4. खराब ओरल हाइजीन के कारण मुंह में बैक्टीरिया अनियमित तौर से बढ़ने लगते हैं। इसके कारण सड़े हुए अंडे की तरह गंध आती है।
5. कॉफी लार के उत्पादन को कम करती हैं, जिससे मुंह में बैक्टीरिया बढ़ने लगते हैं और सांसों की दुर्गंध का कारण बनते हैं।
हालांकि आप कुछ घरेलू नुस्खे अपनाकर बदबू को दूर कर सकते हैं...
लौंग
दिन में कम से कम 2-3 बार मुंह में 1 लौंग रखकर चूसें। ध्यान रखें कि इसके बाद कुल्ला ना करें। इससे कुछ दिनों बाद ही आपकी समस्या दूर हो जाएगी। लौंग का एक और फायदा है कि वो मुंह में खराब बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करती हैं जो कैविटी का कारण बन सकते हैं।
नींबू पानी
सोने से पहले गर्म पानी में आधा नींबू का रस व काली मिर्च मिलाएं। घोल को मुंह और दांतों के चारों ओर 30 सेकंड के लिए घुमाएं और फिर कुल्ला कर लें। नियमित ऐसा करने से आपकी समस्या दूर हो जाएगी।
सेब का सिरका
एक गिलास पानी में थोड़ा-सा सेब का सिरका डालें और मुंह के चारों ओर घुमाएं। इसके बाद कुल्ला कर लें। यह प्राकृतिक माउथवॉश है, जो सांसों को तुरंत तरोताजा कर देगा।
फल और सब्जियां खाएं
सांसों को तरोताजा रखने के लिए सेब, अजवाइन, या गाजर खाएं। ये फल और सब्जियां प्राकृतिक टूथब्रश के रूप में काम करती हैं और दांतों पर फंसने वाले बैक्टीरिया को दूर करती हैं। इसके अलावा यह लार उत्पादन को उत्तेजित करते हैं, जो सांसों की दुर्गंध से लड़ने में भी मदद करता है।
टी ट्री ऑयल
टी ट्री ऑयल मुंह में गंध पैदा करने वाले बैक्टीरिया और रोगाणुओं से लड़ने में मदद करता है। टूथपेस्ट में इसकी कुछ बूंदों को मिलाकर या सिर्फ तेल से दांतों को ब्रश करें। इससे आपको फर्क देखने को मिलेगा।
सौंफ खाएं
भोजन के बाद भुनी हुई सौंफ या जीरा चबाने से पाचन संबंधी समस्याएं नहीं होगा और मुंह की बदबू से भी छुटकारा मिलेगा।
गाजर पालक का जूस
गाजर पालक और खीरे का रस दिन में एक बार पीएं। ऐसा तब तक करें, जब तक आपकी समस्या दूर ना हो जाए।
इन बातों का भी रखें ध्यान
. ढेर सारा पानी पीएं, ताकि मुंह में नमी बनी रहती है। इससे लार के उत्पादन को बढ़ावा मिलता है जिससे मुंह में मौजूद बैक्टीरिया दूर हो जाते हैं।
. एक दिन में कम से कम 2 बार ब्रश जरूर करें। साथ ही ओरल हाइजीन का खास ख्याल रखें।
. प्रत्येक भोजन के बाद ब्रश और दिन में दो बार फ्लॉस करें।
. हर तीन महीने में अपना टूथब्रश बदलें।
. बैक्टीरिया को दूर करने के लिए समय-समय पर जीभ को ब्रश करें।
अगर घरेलू नुस्खे अपनाने के बाद भी सांसों की दुर्गंध से छुटकारा ना मिले तो बिना देरी डॉक्टर से चेकअप करवाएं क्योंकि यह किसी बीमारी का संकेत भी हो सकता है।