शिशु की त्वचा बहुत ही कोमल होती है अगर जरा सी भी लापरवाही बरतें तो बच्चे को त्वचा पर रैशेज होने लगते हैं। खासकर जो बच्चे हर समय डायपर पहने रखते हैं उन्हें डायपर के कारण रैशेज होने लगते हैं। लंबे समय तक गीले में रहने के कारण, डायपर फुल हो जाने के कारण भी उन्हें यह समस्या होने लगती है। खासकर गर्मी के मौसम में बच्चों को यह समस्या ज्यादा होने लगती है। इसके चलते बच्चे को शुशू वाली जगह पर लाल रंग के चकत्ते और निशान होने लगते हैं। ऐसे में जब बच्चा टॉयलेट करता है तो उसे बहुत ज्यादा जलन होने लगती है। वैसे तो मार्केट में कई सारी डायपर रैशेज से बचाने की क्रीम हैं परंतु आप कुछ घरेलू नुस्खों के जरिए बच्चों को इस समस्या से बचा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में...
एलोवेरा जेल
बच्चे को रैशेज से बचाने के लिए आप उस एरिया पर एलोवेरा जेल लगा सकते हैं। इससे जलन और सूजन जैसी समस्या से आसानी से राहत मिलेगी और त्वचा को ठंडक भी मिलेगी। दिन में कम से कम 2-3 बार रैशेज वाली जगह पर एलोवेरा जेल लगाएं। इससे रैशेज वाले बैक्टीरिया खत्म होने लगेंगे और बच्चे को समस्या से आराम मिलेगा।
ओटमील
बच्चे की त्वचा पर आप ओटमील का इस्तेमाल भी कर सकते हैं इससे उनकी त्वचा के रैशेज ठीक होंगे। इसमें पाया जाने वाला सैपोनिन नाम का योग त्वचा से धूल मिट्टी और ऑयल हटाने में मदद करेगा। इसके अलावा इससे बच्चे की त्वचा में होने वाली जलन और सूजन भी दूर होगी। उनके नहाने वाले पानी में एक चम्मच सूखा ओटमील पाउडर डा लदें। इस पानी में बच्चे को 20 मिनट तक रखें। तय समय के बाद उन्हें साफ पानी से पोंछ दें। रैशेज से आराम मिलेगा।
दही
दही से आप शिशु की समस्या दूर कर सकते हैं। यदि बच्चे को रैशेज हो रहे हैं तो उस जगह पर थोड़ा सा दही लगाएं। इसमें पाए जाने वाले सूजन रोधी प्रोबायोटिक इंफेक्शन दूर करने में मदद करेगा।
नारियल तेल
नारियल तेल से आप डायपर रैशेज की समस्या से बच्चों को आसानी से आराम दिलवा सकते हैं। इसमें पाए जाने वाला सैचुरेटेड फैट त्वचा को मुलायम और मॉइश्चराइज करने में मदद करता है। इसके अलावा नारियल के तेल में एंटीफंगल, एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो रैशेज दूर करने में मदद करते हैं। दिन में 2-3 बार आप शिशु की त्वचा पर इसे लगाएं।
पाउडर
रैशेज वाली जगह पर आप शिशु के पाउडर भी लगा सकते हैं। पहले उस हिस्से को पानी से अच्छी तरह धो लें। इसके बाद हवा में सूखाएं। सूखने के बाद शिशु की त्वचा पर कोई बेबी पाउडर लगाएं और यह ध्यान रखें कि शिशु को थोड़ी देर बिना डायपर के ही रहने दें। इससे रैशेज की समस्या दूर होगी।
ये टिप्स भी आएंगे काम
. इसके अलावा जैसे ही बच्चे का डायपर गीला हो उसे तुरंत बदल दें।
. डायपर बदलने से पहले शिशु को अच्छे से साफ करें।
. ज्यादा टाइट डायपर शिशु को न पहनाएं।
. बच्चों के कपड़े माइल्ड वाशिंग पाउडर से ही धोएं।
. बच्चे की स्किन को ज्यादा तेजी से बिल्कुल भी न रगड़ें।
. त्वचा को ज्यादा सूखा रखने का प्रयास करें।
. इसके अलावा हर समय भी शिशु को डायपर में न ही रखें।