कोरोना वायरस का आतंक रूकने का नाम नहीं ले रहा है। देश के हर एक नागरिक को इसकी वैक्सीन का इंतजार है लेकिन वहीं इसकी वैक्सीन को लेकर आम लोगों के मन में कईं तरह के सवाल भी हैं। सबसे पहला जो मन में सवाल है वो है कि क्या कोरोना वैक्सीन सभी को मिलेगी? वहीं अब इस पर स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने सब साफ कर दिया है।
कोरोना वैक्सीन सबके लिए नहीं
दरअसल हाल ही में राजेश भूषण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह साफ किया कि कोरोना वैक्सीन सबके लिए नहीं है। दरअसल हर एक व्यक्ति के मन में एक ही सवाल है कि देश के नागरिकों का वैक्सीनेशन कब तक होगा इसी सवाल पर राजेश भूषण ने कहा कि पूरे देश के टीकाकरण की बात सरकार ने कभी नहीं कही। मैं यह बिल्कुल साफ कर देना चाहता हूं। मैं बार-बार यह कहता हूं कि जो साइंस से संबंधित विषय होते हैं अच्छा होता उस पर चर्चा करने से पहले उसके बारे में जो तथ्यात्मक जानकारी है उसको पता कर लें तब विश्लेषण करें। तो पूरे देश के टीकाकरण की बात कभी नहीं कही गई।'
वहीं वैक्सीन बनाने को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा कि आमतौर पर वैक्सीन को बनने में 8 से 10 साल लगते हैं लेकिन कोरोना महामारी के प्रभाव को देखते हुए हम 16 से 18 महीने के भीतर इस वैक्सीन को तैयार कर रहे हैं। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के डायरेक्टर जनरल बलराम भार्गव भी मौजूद रहे उन्होंने कहा कि टीकाकरण वैक्सीन की इफेक्टिवनेस पर निर्भर करेगा क्योंकि हमारा उद्देश्य कोरोना संक्रमण की कड़ी को तोड़ना है। अगर हम जोखिम वाले लोगों को वैक्सीन देने में सफल होते हैं और संक्रमण की कड़ी को तोड़ने में सफल होते हैं तो पूरी आबादी के टीकाकरण की जरूरत ही नहीं होगी।
वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से यह अपील भी की है कि वे मास्क लगाएं और जितना हो सके भीड़भाड़ वाले इलाकों से दूर रहें। बार-बार हाथ धोएं और किसी भी तरह की अनदेखी न बरतें।