लाखों करोड़ों लोगों के लिए मिसाल पेश करने वाली गुजरात की एक नर्स को फ्लोरेंस नाइटिंगेल अवार्ड से सम्मानित किया जा रहा है। उन्हे यह सम्मान बाढ़ के वक्त भी अपने फर्ज से पीछे ना हटने के लिए दिया जा रहा है। गुजरात में वडोदरा के सर सयाजीराव जनरल अस्पताल की नर्स भानुमति घीवला बाढ़ के दौरान भी अपनी ड्यूटी पर आती रही थी।
दरअसल 2019 में गुजरात में आई बाढ़ के चलते पूरा अस्पताल पानी में डूब गया था। ऐसे में भानुमति घीवला पानी के बीच भी अपनी ड्यूटी करती रही। तब उन्होंने स्त्री रोग विभाग और बाल रोग वार्ड में अपनी सेवाएं दी थी। उनकी मेहनत और लगन का ही फल है कि आज उन्हे इस आर्वा से सम्मनित किया जा रहा है।
अस्पताल के स्त्री व बाल रोग वार्ड में ड्यूटी करने वाली नर्स भानुमति घीवला का कहना है कि उन्हे कैजुअल लीव लेना पसंद नहीं है। वह कोविड-19 के समय गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी के साथ हीवजात बच्चों की भ देखभाल करती रहीं हैं। बता दें कि भारतीय नर्सिंग परिषद, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत स्वास्थ्य कर्मियों के योगदान को मान्यता देने के लिए फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार प्रदान करती है।