एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुणों से भरपूर अमरुद का सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। मगर क्या आप जानते हैं कि इसकी अमरूद के साथ-साथ इसकी पत्तियां भी किसी आयुर्वेदिक औषधी से कम नहीं है। डायबिटीज और मोटापे से जूझ रहे लोगों के लिए तो यह किसी वरदान से कम नहीं है। अमरूद पत्तियों को चाय के रुप में भी इस्तेमाल किया जाता है। चलिए आज हम आपको अमरुद की पत्तियों से बनने वाली हर्बल चाय के बारे में बताएंगे, जिसके बाद आप भी इसका सेवन शुरू कर देंगे।
ऐसे बनाएं अमरूद के पत्तों की चाय
- अमरूद की चाय बनाने के लिए सबसे पहले कुछ अमरूद के पत्तों को लेकर उन्हें अच्छे से धो लें।
- अब डेढ़ कप पानी को 2 मिनट तक उबालें और फिर उसमें अमरूद के पत्तों के साथ नॉर्मल चाय की पत्ती डाल दें।
- अब इन सभी को 10 मिनट के लिए पकाएं।
- फिर पानी को छानकर एक गिलास में डालें।
- आप स्वीटनर के रूप इसमें हल्का-सा शहद मिला सकते हैं।
अमरूद की पत्तियों के फायदे
कोलेस्ट्रॉल को करे कम
गलत खान-पान के कारण आजकल लोगों में हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या अधिक देखने को मिलती है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है। मगर इसकी पत्तियां रोजाना खाने से इसकी मात्रा कंट्रोल में रहती है।
डायबिटीज
अमरूद अल्फा-ग्लूकोसिडेस नामक एंजाइम के कार्य को कम करता है, जो ब्लड में ग्लूकोज को भोजन में परिवर्तित करता है। इससे ब्लड शुगर लेवल नियंत्रण में रहता है। शुगर कंट्रोल करने के लिए दिनभर में इसकी 1-2 कप चाय का सेवन करें।
मोटापा घटाए
सुबह खाली पेट अमरुद की पत्तियों से बनी चाय पीने से मेटाबॉलिज्म तेज होता है और इससे पाचन क्रिया भी दुरूस्त रहती है। इसके अलावा इसकी चाय स्टार्च को शुगर में बदलने की प्रक्रिया को रोकती हैं, जिससे वजन घटाने में काफी मदद मिलती है।
मुंहासों की समस्या
एंटीसेप्टिक होने के कारण अमरूद की पत्तियां बैक्टीरिया इंफैक्शन को दूर करने में मदद करती है। इसकी ताजी पत्तों को पीसकर मुंहासो पर लगाएं और 15-20 मिनट बाद ताजे पानी से चेहरा धो लें। हफ्ते मे 2-3 बार इसका इस्तेमाल करने से मुहांसे गायब हो जाएंगे। आप चाहें तो दिन में एक बार अमरूद के पत्तों से बनी चाय जरूर पीएं। इसस भी मुहांसों की समस्या कम हो जाएगी।
पाचन तंत्र को दुरुस्त रखें
इसकी चाय में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल एजेंट पाचन तंत्र को दुरुस्त रखते हैं, जिससे फूड प्वाइजनिंग, कब्ज, उल्टी और मतली जैसी समस्याएं दूर रहती हैं।