सेहतमंद रहने के लिए योगासन करना बेस्ट ऑप्शन है। इससे इम्यूनिटी तेज होने के साथ पाचन तंत्र दुरुस्त होता है। ऐसे में बीमारियों की चपेट में आने का खतरा कम रहता है। इसके साथ ही शरीर में लचीलापन बढ़ने से मांसपेशियों व हड्डियों में मजबूती आती है। इसके अलावा मन को शांति मिलने से तनाव कम होने में मदद मिलती है। बात महिलाओं की करें तो ये गोमुखासन कर सकती है। गाय का चेहरा या गाय का मुख की आकृति के इस आसन को करना बेहद फायदेमंद माना गया है। चलिए जानते हैं इसके बारे में...
गोमुखासन करने से इन बीमारियों से मिलेगी राहत
गोमुखासन महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद माना गया है। हेल्थ एक्सपर्ट अनुसार, इससे गठिया, डायबिटीज, अपचन, कब्ज, पीठदर्द, बवासीर आदि रोगों में आराम मिलता है।
ऐसे करें गोमुखासन
. सबसे पहले जमीन पर सुखासन मुद्रा में बैठ जाएं।
. अब दाएं पैर को बाएं पैर के ऊपर लाएं।
. दोनों पैर घुटने ऊपर की ओर रखें।
. दाएं हाथ को सिर की तरफ से पीछे की ओर लेकर जाएं।
. अब बाएं हाथ की कोहनी को मोड़ते हुए पेट की ओर से घुमाते हुए पीठ की ओर लेकर जाए।
. दोनों हाथों को पीछे की ओर मिलाते हुए एक सीधी रेखा बनाएं।
. कुछ देर तक इसी अवस्था में रहिए।
. बाद में आराम की मुद्रा में आ जाएं।
. फिर दोबारा इस आसन को दोहराएं।
. रोजाना करीब 10 मिनट तक इस योगासन को करें।
चलिए अब जानते हैं गोमुखासन के फायदे
. शरीर मजबूत, सुडौल व लचीला बनता है।
. रोजाना गोमुखासन करने वाले वजन कम करने में मदद मिलती है। ऐसे में आप शरीर पर जमा एक्सट्रा चर्बी कम करने के लिए रोजाना इस योगासन को करें।
. हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, गोमुखासन करने से डायबिटीज कंट्रोल रहती है। ऐसे में डायबिटीज के मरीजों को रोजाना इस योग को करना चाहिए।
. इससे शरीर में खून का संचार बेहतर तरीके से होता है। ऐसे में यह योगासन महिलाओं के ब्रेस्ट साइज बढ़ाने में भी मदद करता है।
. गोमुखासन करने से फेफड़ों को सही से ऑक्सीजन मिलती है। इससे फेफड़ों की कार्यप्रणाली तेज होती है। ऐसे में सांस संबंधी समस्याएं होने से बचाव रहता है।
. थकान, कमजोरी, तनाव, चिंता दूर होने में मदद मिलती है।
. पैरों के मांसपेशियों में मजबूती आती है।
. गोमुखासन करने से कमर व शरीर के अन्य हिस्सों में दर्द की शिकायत में आराम मिलता है।
गोमुख आसन करने के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
. जो लोग पहले से कंधे, पीठ, गर्दन या फिर घुटनों के दर्द से परेशान है वे इस आसन को न करें।
. आसन दौरान किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए आप एक्सपर्ट्स की मदद लें।
. शुरुआती समय में पीठ के पीछे से हाथ ज्यादा जोर से न पकड़े। इसके अलावा हाथों को मिलाने में जबरदस्ती न करें।
. गोगमुखासन पहले कम समय तक करें। जब आपको यह योगासन करने अच्छे से प्रेक्टिस हो जाए तो धीरे-धीरे इसकी समय-सीमा बढ़ाएं।
. पाचन तंत्र मजबूत होता है। ऐसे में पेट दर्द, गैस, अपच आदि से छुटकारा मिलता है।