आम बच्चे से लेकर बड़े हर उम्र के लोगों का फेवरेट फल है। शायद इसी लिए इसे फलों का राजा कहा जाता है। यह एक सीजनल फल है जो गर्मियों में आता है। ऐसे में लोग इसके आने का बेसब्री से इंतजार करते हैं। इसमें विटामिन ए, सी, ई, कैल्शियम, आयरन, फाइबर आदि तत्व व एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं। इसलिए यह खाने में टेस्टी होने के साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। मगर जैसे कहते हैं कि किसी भी चीज का जरूरत से ज्यादा सेवन नुकसान पहुंचाने का काम करता है। ठीक उसी तरह पोषक तत्व व एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुणों से भरपूर आम का अधिक मात्रा में सेवन करने से सेहत संबंधी समस्याें झेलनी पड़ सकती है।
तो आइए आज हम आपको अधिक मात्रा में आम खाने के नुकसान व इसे खाने का सही समय बताते हैं।
ज्यादा आम खाने के नुकसान
डायबिटीज होने का खतरा
आम खाने में बेहद ही मीठा होता है। असल में इसमें नैचुरल होती है। ऐसे में अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से शरीर में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ सकता है। ऐसे में डायबिटीज होने का खतरा रहता है। वहीं जो पहले से डायबिटीज के शिकार है उनके लिए तो इसका सेवन बेहद हानिकारक है।
वजन बढ़ने का खतरा
आम में कैलोरी अधिक होने से वजन बढ़ने की परेशानी हो सकती है। ऐसे में इसे सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए।
पिंपल्स की समस्या
आम गर्म तासीर वाला फल है। इसके सेवन से शरीर में गर्मी बढ़ने लगती है। ऐसे में पिंपल्स, कील-मुंहासों की समस्या हो सकती है।
एलर्जी होने का खतरा
कई लोगों को आम से एलर्जी होने का खतरा रहता है। ऐसे में इन लोगों को दिन में 1 आम ही खाना चाहिए। अगर समस्या ज्यादा तो आम खाने से परहेज रखना ही बेहतर होगा।
लूज मोशन लगने की समस्या
आप फाइबर से भरपूर होता है। इसका अधिक मात्रा में सेवन लूज मोशन की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में स्वाद-स्वाद में भी इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से बचना चाहिए।
इस समय खाएं आम
अक्सर आम के दीवाने लोग इसे किसी भी समय में खा लेते हैं। मगर इससे सही समय पर खाने से ही सेहत को फायदा मिल सकता है। बात इसे खाने के सही समय की करें तो आम को सुबह नाश्ते व दोपहर लंच में खाना एकदम सही रहता है। नाश्ते में इसका सेवन करने से एनर्जी मिलती है। ऐसे में दिनभर तरोताजा महसूस होता है। लंच के समय खाने में आम ठीक से पच जाता है। ऐसे में सेहत संबंधी कोई परेशानी नहीं आती है। इसके अलावा रात को भूल से भी आम नहीं खाना चाहिए। इस समय आम खाने से पाचन तंत्र खराब हो सकता है। ऐसे में बीमारियों की चपेट में आने का खतरा बढ़ता है।